पंजाबः अमृतपाल सिंह को लेकर अहम खुलासा, शेरपुर से ऐसे हुआ था फरार

पंजाबः अमृतपाल सिंह को लेकर अहम खुलासा, शेरपुर से ऐसे हुआ था फरार

लुधियानाः अमृतपाल सिंह को फरार होने को लेकर अहम खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि करीब 1 घंटा अमृतपाल सिंह अपने साथी पपलप्रीत सिंह के साथ ऑटो में घूमता रहा। दोनों ने करीब 16 किलोमीटर का सफर महानगर में ऑटो में तय किया। इन्होंने लाडोवाल पुल से जालंधर बाइपास के लिए किराए पर ऑटो किया। इसके बाद जालंधर बाइपास से ऑटो-रिक्शा की मदद से वह शेरपुर चौक पहुंचे। शेरपुर चौक तक पहुंचने के लिए दो ऑटो-रिक्शा अमृतपाल ने बदले हैं। वह शेरपुर चौक से बस में सवार हो आसानी से लुधियाना पार कर गया। दोनों के फरार हो जाने के बाद जिला पुलिस लकीर पीट रही है। पुलिस अब उस बस का पता करने में जुटी है, जिसमें अमृतपाल साथी सहित फरार हुआ है।

अमृतपाल सिंह और उसका साथी महानगर में तीन जगहों पर सीसीटीवी में कैद हुए। जिसमें लाडोवाल, जालंधर बाइपास और शेरपुर चौक शामिल हैं। पुलिस से बचने के लिए वह उसी वेश में था, जिसे वह मोटरसाइकिल चलाते हुए देखा गया था। पुलिस अन्य फुटेज खंगाले में लगी है, ताकि कुछ अन्य क्लू पुलिस के हाथ लग सके। अमृतपाल सिंह साथी पपलप्रीत सिंह के साथ महानगर के 10 मुख्य चौक से ऑटो में बैठ गुजरा। जमीनी स्तर पर नाकाबंदियां करने के दावे करने वाली पुलिस जमीनी स्तर पर सुरक्षा व्यवस्था और नाकाबंदी रखने में फेल साबित हुई। वहीं दूसरी ओर आईजी सुखचैन सिंह गिल के मुताबिक रात के समय आरोपी ने पहले बेड़ी (नाव) की तालाश की ताकि वह दरिया पार कर सके, लेकिन नाव न मिलने पर वह रेलवे लाइनों की तरफ जाने लगा।

उसमें भी कामयाब नहीं हुआ। फिर आरोपियों ने ऑटो का सहारा लिया और ऑटो की मदद से जालंधर बाइपास चौक पहुंचे। अमृतपाल ने साथी के साथ ऑटो में सवार होकर मुख्य चौक लाडोवाल, जालंधर बाइपास, काराबारा चौक, शिव पुरी चौक, बस्ती जोधेवाल चौक, ताजपुर चौक, समराला चौक, ट्रांसपोर्ट नगर चौक, ओसवाल चौक और शेरपुर चौक पार किया। अधिकारियों के मुताबिक रात के समय पुलिस सभी चौक पर तैनात रहती है। यदि पुलिस की मुस्तैदी असल मायने में होती तो दोनों 10 चौक बिना किसी चेकिंग के पार न कर पाते। महानगर के हर चौक में सुरक्षा व्यवस्था चरमराई हुई है।पुलिस सूत्रों के मुताबिक पुलिस को ऑटो रिक्शा चालक का भी पता लगा लिया है, जिसने अमृतपाल सिंह और पपलप्रीत सिंह को शेरपुर के पास छोड़ा था। रात करीब 9:20 बजे अमृतपाल और उसके सहयोगी को लाडोवाल में देखा गया। उन्होंने रेलवे लाइन पार करने की कोशिश की, लेकिन असफल रहे।

लाडोवाल से जालंधर बाइपास पर छोड़ने के लिए उन्होंने ऑटो रिक्शा चालक को 40 रुपए दिए। उन्होंने जालंधर बाइपास से शेरपुर चौक पहुंचने के लिए एक और ऑटो रिक्शा किराए पर लिया। ऑटो चालक ने 250 रुपए किराया मांगा। अमृतपाल और उसके साथी ने सौदेबाजी की और उसे 230 रुपए दिए। पुलिस ने करीब सवा दस बजे अमृतपाल और उनके साथी को शेरपुर चौक से एक बस में चढ़ते देखा है। लुधियाना से दोनों बस में बैठ फरार हो गए, लेकिन बात करे हाईवे नाकाबंदियों की तो वहां पर भी राम भरोसे नाकाबंदियां चल रही हैं। दोराहा, खन्ना, मंडी गोबिंदगढ़, सरहिन्द और शंभू बॉर्डर आदि हाईवे पर होने वाली नाकाबंदियों को भी अमृतपाल आसानी से पार कर गया। हाईवे पर पुलिस की नाकाबंदी फेल साबित हुई है। पुलिस की लापरवाही का फायदा उठा वह फरार हो गए।