जालंधरः गुरुद्वारा में कुर्सियों की तोड़फोड़ व आग लगाने को लेकर प्रबंधक कमेटी का आया बड़ा बयान, देखें वीडियो

जालंधरः गुरुद्वारा में कुर्सियों की तोड़फोड़ व आग लगाने को लेकर प्रबंधक कमेटी का आया बड़ा बयान, देखें वीडियो

जालंधर/हर्ष कुमारः महानगर के मॉडल टाउन स्थित गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा में देर वारिस पंजाब दे के मुखी अमृतपाल सिंह देर रात खालसा वहिर लेकर पहुंचे। इस दौरान गुरुद्वारा साहिब के अंदर लगी कुर्सियों को देखकर अमृतपाल सिंह ने उन्हें हटाने के लिए वहां पर मौजूद ग्रंथी को कहा। इस मामले को लेकर गुरुद्वारा में मौजूद हेड ग्रंथि परमजीत सिंह ने बताया कि कुर्सियां हटाने को लेकर हमने उन्हें कहा कि अपनी कमेटी से बात करके इसको जल्द ही यहां से हटा देंगे। लेकिन अमृतपाल सिंह इस बात से सहमत नहीं हुए और उन्होंने अपने साथ आए सिंह समर्थकों को गुरुद्वारा साहिब के अंदर से कुर्सियां हटाने के आदेश दे दिए। खालसा वहीर में शामिल सिंह समर्थकों ने जब कुर्सियां हटाने शुरू की तो उस दौरान कुछ ऐसे भी शरारती तत्व घुस आए।

जिन्होंने कुर्सियों की तोड़फोड़ करनी शुरू कर दी और साथ ही बाहर ले जाकर उन कुर्सियों को आग लगा दी। हेड ग्रंथि ने कहा कि हमने उन्हें कई बार रोकने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने एक भी बात नहीं मानी। हमें तो यह भी मालूम नहीं था कि वह इतनी जल्दी तेल और माचिस का प्रबंध कैसे करके ले आए। इस घटना के बाद हेड ग्रंथि ने बताया कि आज शाम गुरु घर की संगत और प्रबंधक कमेटी के बीच मीटिंग रखी गई है। क्योंकि गुरुद्वारा कि जितनी भी संगत है वह भी इस मानती है कि बीती रात जो कुछ भी गुरुद्वारा साहिब मे हुआ था, बहुत ही निंदनीय था। गुरुद्वारा प्रंबधक कमेटी और गुरु घर की संगत मीटिंग में जो भी फैसला आएगा। उसके आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

गुरुद्वारा प्रंबधक कमेटी के प्रधान अजीत सिंह सेठी ने बताया कि बीते 7 बजे के करीब अमृतपाल सिंह समर्थकों सहित गुरुद्वारा साहिब में आए। उन्होंने गुरुद्वारा साहिब के बारबर लगी कुर्सियों को लेकर विरोध करने लगे। इस दौरान उन्होंने वहां से कुर्सियां हटाने के लिए कहा। जिनमें कुछ शरारती अनसरों ने कुर्सियां तोड़ी और उनको सामने मोबाइल की दुकान के बाहर आग लगा दी। उन्होंने कहा इस घटना को लेकर देर रात 12 बजे तक संगत गुरुद्वारा साहिब में आती रही। इस दौरान उन्होंने कहा अमृतपाल का गुरुद्वारा साहिब में आने का कोई प्रोग्राम नहीं था और ना ही कुर्सियां हटाने को लेकर कोई सूचना मिली। कुर्सियां जलाने के साथ वहां पर डाक्टर बजाज सहित और कुछ लोगों के मोबाइल भी चोरी हुए है।