कोरोना के बढ़ते केसों के बाद स्कूलों को लेकर नई गाइडलाइन जारी, मास्क लगाना हुआ अनिवार्य

कोरोना के बढ़ते केसों के बाद स्कूलों को लेकर नई गाइडलाइन जारी, मास्क लगाना हुआ अनिवार्य

क्या स्कूल फिर से बंद होंगे? पैरंट्स को पहले ही सताने लगा डर

नई दिल्ली : दिल्ली के साथ नोएडा, गाजियाबाद से लेकर गुरुग्राम तक कोरोना के केस बढ़ते जा रहे हैं। दिल्ली में तो पॉजिटिविटी रेट 30 परसेंट तक पहुंच गया है। इस बीच दिल्ली में स्कूलों में पढ़ाई को लेकर पैरंट्स टेंशन में है। पैरंट्स को डर सता रहा है कि कोरोना के मामले ऐसे ही बढ़ते रहे तो क्या स्कूल फिर से बंद होंगे? वहीं, नोएडा, गाजियाबाद में स्कूलों को लेकर कोविड की नई गाइडलाइन्स जारी कर दी गई है। बच्चों के लिए मास्क को अनिवार्य कर दिया गया है। दिल्ली में भले ही कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं लेकिन अभी दिल्ली सरकार की तरफ से स्कूलों को लेकर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है। दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा है कि सरकार स्थिति की समीक्षा कर रही है और स्कूलों के लिए दिशानिर्देश जल्द ही जारी किए जाएंगे। वहीं, नेशनल प्रोग्रेसिव स्कूल्स कांफ्रेंस चेयरपर्सन सुधा आचार्य ने कहा कि दिल्ली के कई प्राइवेट स्कूलों ने पहले ही कोविड संबंधी नियमों को लागू कर दिया है।

यूपी सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर स्कूलों के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिया है। कोरोना गाइडलाइंस को लेकर डीआईओएस की तरफ से सभी स्कूलों में सर्कुलर जारी कर दिया गया है। स्टूडेंट्स के लिए मास्क को अनिवार्य कर दिया गया है। इसके साथ ही सैनेटाइजर का इस्तेमाल करने की बात कही है। सर्कुलर मिलते ही स्कूल मैनेजमेंट की ओर से भी पैरेंट्स को मेसेज भेजे जा रहे हैं। इसमें कोरोना गाइडलाइंस के बिंदु और स्कूल में बरती जाने वाली सावधानियों को लिखा गया है, जिससे सभी का इससे बचाव हो सके। बच्चों के बीमार मिलने पर उन्हें मैनेजमेंट की ओर से घर भेजा जा रहा है।

दिल्ली में लगातार बढ़ रही कोरोना की रफ्तार से लोग टेंशन में है। लोगों के मन में एक ही सवाल है कि आखिर कोरोना की ये बढ़ती रफ्तार कब थमेगी। दिल्ली में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों पर एलएनजेपी अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. सुरेश कुमार का कहना है कि दिल्ली में कोविड मामले एक-दो सप्ताह में चरम पर हो सकते हैं और इसके बाद से ग्राफ नीचे जाएगा। डॉ. कुमार ने कहा कि हालांकि शहर में अधिक मामले सामने आ रहे हैं लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि अस्पताल में भर्ती होने के मामले कम हैं। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना बेहतर है। बुजुर्गों और गंभीर बीमारी से ग्रस्त लोगों को अधिक सावधान रहने की जरूरत है।