IGMC के स्पेशल वार्ड के छत से टपक रहा बारिश का पानी, देखें वीडियो

IGMC के स्पेशल वार्ड के छत से टपक रहा बारिश का पानी, देखें वीडियो

शिमलाः हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर मॉनसून का रौद्र रूप देखने को मिला है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में बुधवार को बारिश जारी रही। बिलासपुर, शिमला, कांगड़ा और मंडी जिलों में जबरदस्त बरसात हुई है। राज्य के अलग-अलग हिस्सों में बीते 24 घण्टों के दौरान वर्षा जनित हादसों में 13 लोग मारे गए और छह लापता हैं। इस दौरान राज्य के 24 स्थानों पर भूस्खलन और तीन स्थानों पर बाढ़ की घटनाएं हुईं। वहीं राजधानी शिमला में मुसलाधार वर्षा का जबरदस्त कहर देखने को मिला। शहर में जगह-जगह भूस्खलन और पेड़ों के गिरने से सड़कें क्षतिग्रस्त हुईं और वाहनों व घरों को नुकसान पहुंचा।

अंग्रेजों के जमाने का बना शिमला रेलवे स्टेशन को भी बारिश से क्षति हुई। सबसे सुरक्षित माना जाने वाले आईजीएमसी अस्पताल में पानी घुसने से कर्मचारियों व मरीजों में हड़कम्प मच गया। आईजीएमसी के स्पेशल वार्ड के छत से पानी बारिश की तरह बरसा। इससे स्पेशल वार्ड में पानी भर गया। स्पेशल वार्ड वीवीआइपी लोगों के लिए रिजर्व रहता है। मौसम विभाग के अनुसार शिमला में सुबह साढ़े आठ बजे तक 132 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड हुई है। शिमला में लगातार ही रही बारिश से भूस्खलन की आशंका बढ़ गई है। मौसम के तेवरों को देखते हुए लोगों की नींद उड़ गई है। लोग घरों से बाहर निकलने पर असुरक्षित महसूस के रहे हैं।

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार भूस्खलन, बाढ़ और बादल फटने की घटनाओं में छह लोगों की जान गई। जबकि बारिश से जुड़े अन्य हादसों में सात लोगों ने दम तोड़ा। मंडी जिला में पांच, कांगड़ा में तीन, शिमला में दो, सिरमौर, बिलासपुर व चम्बा में एक-एक व्यक्ति की मृत्यु हुई है। शिमला के ढली थाना अंतर्गत ब्लदयां में कंस्ट्रक्शन साइट पर काम कर रही मजदूर दंपति की मलबे की चपेट में आने से मौत हुई। राज्य के विभिन्न भागों में अधिकतर रास्ते बारिश और भूस्खलन के चलते बंद हैं। शिमला-चंडीगढ़ नेशनल हाइवे-5 सोलन जिला के चक्की मोड़ में भूस्खलन से अवरुद्ध है। मंडी जिला में कुल्लू-मंडी नेशनल हाइवे-21 पण्डोह के समीप हुए भूस्खलन से बाधित है। मंडी जिले में ही मंडी-पठानकोट नेशनल हाईवे-154 भी अवरुद्ध हो गया है।