जालंधरः खांबड़ा चर्च फिर विवादों में, लगे सनसनीखेज आरोप, देखें वीडियो

जालंधरः खांबड़ा चर्च फिर विवादों में, लगे सनसनीखेज आरोप, देखें वीडियो

जालंधर/वरुणः खांबड़ा चर्च विवादों में आई है। रामा मंडी में रहने वाले रोहित नाम के व्यक्ति ने बताया कि उसकी बेटे की उम्र 13 साल थी और उसे ब्रेन कैंसर था तो कई जगह इलाज करवाया गया लेकिन कोई राहत नहीं मिली। इस दौरान उनकी दुकान में आने वाले ग्राहक ने बताया कि उसे खांबड़ा चर्च में ले जाकर वहां पर पास्टर को दिखाना चाहिए।

पीड़ित का आरोपः चर्च से मिल रही धमकियां

रोहित ने बताया कि वह अपने बच्चे की सलामती और उसकी बीमारी को ठीक करने के लिए 1 साल वहां जाते रहे। लेकिन वहां उन्हें कोई राहत नहीं मिली और चर्च में मिलने वाले पास तक के लोगों ने हिंदू देवी देवताओं के बारे में भी अपशब्द बोले। रोहित गुप्ता ने अंकुर नरूला पर आरोप लगाते हुए कहा कि वहां पर बैठे पास्टर के लोगों ने स्पेशल प्रेयर के लिए हजारों रुपए मांगे किसी ने 50 हजार कहा तो परिवार के सदस्यो के लिए 1 लाख रुपए मांगते थे।

यूट्यूब पर ऑनलाइन मीटिंग करने को भी कहते थे और उसके बेटे की मृत्यु होने के बाद भी यह बोलते थे कि उसका बेटा परमेश्वर के पास सुरक्षित है। इस बाबत जब उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाने की कोशिश की तो पीड़ित ने आरोप लगाया कि शिकायत दौरान पुलिस ने उन्हें कहा कि चर्च वालों की पहुंच राजनीतिक लोगों तक है आपका कुछ नहीं होगा। उसके बाद उन्हें कई धमकियां मिली और बैठ कर बात करने की बात कही गई।

हम ईसाई धर्म अपनाने पर सर्टिफिकेट करते है जारीः प्रधान हामिद मसीह 

उधर, पंजाब क्रिश्चियन मोमेंट के प्रधान हामिद मसीह से इस मामले को लेकर बात की गई तो उन्होंने कहा कि बाकी धर्मों के कट्टरपंथी लोग उनके धर्म को निशाना बनाकर गलत बयानबाजी करते हैं। हामिद ने कहा एसजीपीसी और हिंदू धर्म के नेता उन पर ही निशाना साधकर एक दूसरे को बदनामी की ओर धकेल रहे हैं जबकि हमारे धर्म के लोग उनके धर्म के बारे में कोई बातें नहीं करते। उन्होंने कहा जहां तक लोगों द्वारा रुपए देने की बात है तो लोग चर्च में आते हैं और वह खुद डोनेशन देकर जाते हैं। यहां तक कहा कि कि कोई भी अपना धर्म बदल कर अगर ईसाई धर्म अपनाता है तो वे उन्हें एक सर्टिफिकेट भी जारी करते हैं जिससे कि साफ पता चलता है कि ईसाई धर्म उसने खुद अपनाया है।

वहीं दूसरी ओर महिला का स्टिंग ऑपरेशन किया तो उसने बताया उसके पड़ोस में रहती महिला ने इसका ब्रेन वाश कर उसके जमीन (प्लॉट) को चोरी से बिकवा दिया। जिसका पता उसको खुद नहीं चल पाया। जब प्लॉट की किश्त देने में दिक्कत आई तो उसने अपने परिवार वालो को बताया। महिला ने बताया की काम (जॉब) सुबह 8 से रात 8 बजे तक करती थी। काम से आकर नहाकर खांबड़ा चर्च चली जाती थी। चर्च में प्रेयर करवाई जाती थी और झोला फैलाकर रुपए डालने को कहते थे। 

महिला का आरोपः हिंदू देवी देवताओं की मूर्तियों के बारे में थे अपशब्द  

महिला ने कहा उसके परिवार वाले ने उसकी हालत खराब होते हुए देखी तो उसको श्री सिद्ध शक्ति पीठ मंदिर देवी तालाब ले गए। मंदिर में माथा टेकाया गया और परसाद ग्रहण करने के बाद उसे होश आई। महिला ने चर्च वालों पर आरोप लगाया की वह हिंदू देवी देवताओं की मूर्तियों के बारे में अपशब्द भी बोलते थे। महिला ने कहा कि उसके परिवार वालों ने उस महिला को उससे मिलने को मना कर दिया। जिसने चर्च ले जाना शुरू किया था। उसने आरोप लगाया कि वहां पर कई लोगों का धर्म परिवर्तन करवाया जाता है और धर्म के नाम पर रुपए भी लिए जाते हैं।