पंजाबः मकान की छत गिरने से मलबे में दबे मां-बेटा

पंजाबः मकान की छत गिरने से मलबे में दबे मां-बेटा

नवांशहरः पंजाब के नवांशहर में गुरुद्वारा श्री गुरु रविदास जी के पास एक गरीब परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। दरअसल, देर रात घर में सो रही मां और कुछ माह के बच्चे पर छत गिर गई। दोनों घायलों को परिजनों ने अस्पताल में भर्ती कराया। पीड़ित परिवार ने पंजाब सरकार से आर्थिक मदद करते हुए घर की छत की मरम्मत कराने की मांग की है। चंडीगढ़ रोड पर उपचाराधीन लड़की ज्योति ने बताया कि वह तीन बहनों और एक भाई और मां के साथ एक ही घर में रहती है। 

जबकि उसका पति विदेश में रहता है। उन्होंने बताया कि उनके पिता चिरंजीव लाल की काफी समय पहले मौत हो चुकी है। जिसके कारण बहनें मिलजुल कर काम करती हैं और अपना घर चलाती हैं। पिछले दिनों हुई भारी बारिश के कारण उनकी छतों में बारिश का पानी जमा हो गया था। जिसके कारण घर की छत में धूप निकलने के बाद दरारें पड़ने लगी। ज्योति ने बताया कि बीती रात जब वह और उसका कुछ महीने का बेटा अंदर बिस्तर पर सो रहे थे, तभी अचानक घर की छत गिर गई, जिससे उसके सिर और हाथ पर गंभीर चोटें आईं और उसका बेटा बेहोश हो गया। 

आवाज सुनकर उसके दूसरे कमरे व बरामदे में सो रहे परिवारिक सदस्यों ने उसे जगाया और तुरंत सिविल अस्पताल नवांशहर पहुंचाया। महिला का कहना है कि अस्पताल में उन्हें सिर्फ एक इंजेक्शन लगाया गया और पट्टी भी नहीं की गई। जबकि उसके हाथ और सिर से खून बह रहा था। महिला का आरोप है कि अस्पताल के कर्मचारियों ने कहा कि उनके पास इलाज की कोई व्यवस्था नहीं है, जिसके कारण वह अपनी मर्जी से मरीज को कहीं ले जाए। इसके बाद तुरंत परिजनों नेे दोनों को नजदीकी निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टर ने तुरंत उसका गंभीरता से इलाज शुरू कर दिया।