हटली में चल रही श्री राम कथा में केवट ने प्रभु श्री राम को करवाया गंगापार

हटली में चल रही श्री राम कथा में केवट ने प्रभु श्री राम को करवाया गंगापार
केवट के पिछले जन्म की भक्ति का पुण्य भगवान श्री राम ने चुकाया ऋण: आचार्य डॉ सुमन शर्मा

ऊना/ सुशील पंडित: उपमंडल बंगाणा के श्री राम नाटक क्लब हटली में कल रही श्री राम कथा के छठे दिवस प्रसिद्ध कथा व्यास आचार्य डॉ सुमन शर्मा ने कहा कि जब प्रभु श्री राम माता सीता भाई लक्ष्मण के साथ 14 वर्षो के लिए बन गए थे। तो उन्होंने संत महात्माओं की भेष भूषा धारण करके एक योगियों की तरह बन गमन किया। और महाराजा दशरथ ने अपने मंत्री एवं रथ को भेजा था। ताकि प्रभु श्री राम जी को कोई कष्ट न हो। प्रभु श्री राम जी सरयू नदी के पास पहुंचे। तो उन्होंने केवट को गंगा पार करवाने का आग्रह किया।


लेकिन केवट ने गंगा पार करवाने के लिए प्रभु श्री राम जी को इनकार कर दिया। आखिर में केवट ने प्रभु श्री राम जी के पांव धोए। और उसके बाद उन्हें गंगा पार करवाया। जब माता सीता जी ने गंगा पार करवाने की उतराई केवट को देना चाही। तो केवट ने इंकार कर दिया। कथा व्यास ने कहा कि जब राजा दशरथ ने श्री राम जी के बियोग में प्राण त्याग दिए। तो भरत लाल ननिहाल में थे और उन्हे दूत भेज कर बुलाया। उन्होंने कहा कि श्री राम कथा का एक एक शब्द कलयुग के लिए वरदान है। इसलिए हमें श्री राम कथा द्वारा बताए सदमार्ग पर चलना होगा।

ज्ञात रहे श्री राम नाटक क्लब हटली बीते 66 वर्षो से शुद्ध रामायण मंचन करता आ रहा है। और हर वर्ष नवरात्रों में श्री राम जी की मर्यादाओं का मंच से लीलाओं का बखान करता है। और हर वर्ष मार्च माह में श्री राम कथा का आयोजन करवाता है। इस मौके पर क्लव के निदेशक बिपन साजन, प्रधान सुरेंद्र हटली, महिला बिग की अध्यक्ष ज्योति वर्जाता, हंसराज वर्जाता अंकुश बरजाता, कोषाध्यक्ष सुरेश शर्मा, महासचिव, कमलदेव शास्त्री, मदन गोपाल, रिंकू रिवाड, पूर्ण सिंह राणा, विवेकशील शर्मा, किशन देव शर्मा, सुरेंद्र राणा, संजय सोनी के अलावा सभी सदस्य मौजूद रहे।