पुलिस के हत्थे चढ़े शातिर साइबर ठग, मिन्टों में लोगों के अकाउंट कर देते थे खाली

पुलिस के हत्थे चढ़े शातिर साइबर ठग, मिन्टों में लोगों के अकाउंट कर देते थे खाली

 गुरुग्राम :  साइबर पुलिस ने अमोज़ोन  और फ्लिपकार्ट जैसी ई-कॉमर्स दिग्गज कंपनियों से डिलीवरी के बहाने धोखाधड़ी से व्हाट्सऐप पासवर्ड प्राप्त करके जालसाजी करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि उनके कब्जे से सात मोबाइल फोन और आठ डेबिट कार्ड बरामद किए गए है। 

पुलिस के मुताबिक, स्थानीय निवासी अंकित त्यागी ने नौ सितंबर को उनके व्हाट्सऐप अकाउंट को हैक करके 50,000 रुपये की कथित धोखाधड़ी करने की शिकायत दर्ज कराई थी।इस संबंध में साइबर अपराध पुलिस थाना पश्चिम में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी। पुलिस ने बताया कि निरीक्षक सवित कुमार के नेतृत्व में एक टीम ने तीन अक्टूबर को बिहार के एक गांव से आरोपियों को गिरफ्तार किया। उसने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान बिहार के नालंदा निवासी मोहम्मद रिजवान (24) और शेखपुरा निवासी शाहबुद्दीन (35) और मोहम्मद मोज्जमील (26) के तौर पर की गई है। 

वहीं नूंह जिले की पुन्हाना अपराध जांच शाखा ने ऑनलाइन ठगी करने वाले 2 शातिर आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस को इन आरोपियों से 3 मोबाइल और 8 फर्जी सिम भी मिली है। दोनों आरोपी ऑनलाइन ठगी के माध्यम से लोगों को ठगने का काम करते थे।  अपराध जांच शाखा प्रभारी संदीप मोर ने जानकारी देते हुए बताया कि उनकी गस्त टीम को सूचना मिली थी कि आकिल निवासी जमालगढ़ फर्जी फेसबुक अकाउंट पर प्राचीन सिक्के खरीदने के ऐड डालकर लोगों को झांसे में लेता है और उनसे डिलीवरी चार्ज, एडवांस रुपए के नाम पर ठगी करता है। 

यहीं नहीं आरोपी लोगों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे कागजात लेता है और उनका ऑनलाइन खाता खुलवाकर केवाईसी करवाकर खाते साइबर अपराधियों को बेच देता है। वहीं उनका साथी आबिद हुसैन साइबर अपराधियों को फर्जी सिम उपलब्ध कराता है पुलिस ने सूचना पर कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।