यह प्रसाद बनाने वाली कंपनी इस्तेमाल करती थी नकली घी

यह प्रसाद बनाने वाली कंपनी इस्तेमाल करती थी नकली घी

नई दिल्ली : गुजरात में प्रसिद्ध अंबाजी मंदिर का प्रसाद बनाने वाली कंपनी का बड़ा फर्जीवाड़ा पकड़ा गया है। ये कंपनी प्रसाद तैयार करने के लिए 'अमूल' का लेबल लगाकर नकली घी का इस्तेमाल कर रही थी। पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज की है। मौके से 180 डिब्बे बरामद किए है। पुलिस का कहना है कि आरोपी निजी कंपनी 'अमूल' के डिब्बे में नकली घी डालकर इस्तेमाल करते थे। मामला बनासकांठा जिले का है। यहां प्रसिद्ध अंबाजी मंदिर में धार्मिक मेले में बड़ी संख्या में भक्त आते है। उनके लिए 'प्रसाद' तैयार करने के लिए एक निजी कंपनी को जिम्मेदारी दी गई थी। पुलिस ने बताया कि गुजरात खाद्य एवं औषधि नियंत्रण प्रशासन (GFDCA) ने अंबाजी मंदिर में आरोपी फर्म द्वारा सप्लाई किए गए घी के सैंपल एकत्र किए थे।

इन सैंपल को टेस्टिंग के लिए लैब भेजा गया था। जांच में घी के सैंपल जरूरी क्वालिटी स्टैंडर्ड में फेल हो गए है। पुलिस ने मोहिनी कैटरर्स द्वारा सप्लाई किए गए 180 घी के डिब्बे सील कर दिए गए है। मामले में साबरकांठा जिला सहकारी दूध उत्पादक संघ लिमिटेड (Sabar Dairy) की तरफ से कंपनी के खिलाफ अंबाजी पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज करवाई गई है. डेयरी कंपनी का कहना है कि कैटरिंग फर्म और कुछ अज्ञात लोगों ने साबर डेयरी के नाम पर घी के डिब्बे में डुप्लीकेट लेबल लगाकर इस्तेमाल किया। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 482और 120(बी) के तहत मामला दर्ज किया है।