सुक्खू सरकार का डीज़ल पर तीन प्रतिशत बैट बढ़ाने का फैसला गलत : सुमीत शर्मा

सुक्खू सरकार का डीज़ल पर तीन प्रतिशत बैट बढ़ाने का फैसला गलत : सुमीत शर्मा

कभी ऑफिस डिनोटिफाइड कभी डीज़ल पर वैट बढ़ाना सीधा जनता की जेब पर डाका

ऊना/ सुशील पंडित: भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी व हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के सह प्रभारी सुमीत शर्मा ने डीज़ल में 3 प्रतिशत की हुई बढ़ोतरी पर सुक्खू सरकार पर सीधा हमला करते हुए प्रदेश सरकार को अलोकतांत्रिक व लोक भावनाओं पर गहरा कुठाराघात वाला निर्णय करार दिया है।उन्होंने कहा कि राज्य की सुक्खू सरकार के कैबिनट विस्तार के साथ ही हिमाचल की जनता को डीज़ल पर करीब चार रुपये की बढ़ोतरी का तोहफा मिला है। जो कांग्रेस नेता विपक्ष में रहकर महंगाई का ढिढोरा पीटते थे और सत्ता में आने पर महंगाई कम करने की बातें करते थे। अब उनका सत्ता में आते ही जनता को असली चेहरा दिखने लगा है। सुमीत ने कहा कि मुशिकल से करीब एक माह बाद सुक्खू सरकार का कैबिनट विस्तार हुआ है। यह उनकी सरकार और पार्टी का निजी मामला हो सकता है लेकिन कैबिनट विस्तार के साथ जनता को जो पूर्व जयराम सरकार के समय हिमाचल में डीजल पर 4.40 प्रतिशत बैट हुआ करता था। उसमें 3 प्रतिशत बैट को बढ़ाकर 7.40 प्रतिशत कर दिया है। यानी हिमाचल में डीजल अब चार रुपये ओर महंगा मिलेगा।

सुमीत ने कहा कि राज्य में सुक्खू सरकार के एक माह में हिमाचल की जनता को बहुत कुछ अनचाहा मिल गया है। उन्होंने कहा कि बिना कैबिनट मंजूरी से राज्य में 520 कार्यलयों को सीएम सुक्खू ने डिनोटिफाइड कर दिया है। यह वो कार्यालय थे जिन्हें पूर्व की जयराम सरकार ने हिमाचल की जनता की सुविधाओं के लिए प्रदेश में खोला था। और दूसरी तरफ डीज़ल पर बैट की बढोतरी करके जनता की जेब में डाका डालने का काम किया है। सुमीत ने कहा कि  सीएम के रूप में वीरभद्र सिंह, प्रो प्रेम कुमार धूमल व  जयराम ठाकुर के कोंप्रदेश हित मे कार्य करते देखा है और प्रदेश हित मे लिए पूर्व की सरकारों के निर्णयों को मात्र वैचारिक भिन्नता चलते बदला नहीं जाता था।साथ ही किसी भी मुख्यमंत्री द्वारा कोई बदले की भावना से काम नहीं किया है।

सुमीत ने कहा कि सुक्खू सरकार प्रदेश की ऐसी पहली सरकार हो गयी जिसने अपने  एक माह के कार्यकाल पूरा करते करते जनता को सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरने को मजबूर कर दिया है। मीडिया प्रभारी सुमीत ने कहा कि अभी तो सुक्खू सरकार ने जो दस गारंटियों को चुनावी दिनों में जनता को दी है। उन्हें भी पूरा करना है। लेकिन अगर जनता की जेबो में ऐसे ही डाका डालकर और जिस प्रकार डीजल पर 3 प्रतिशत बैट बढ़ाकर जनता के साथ कुठाराघात किया है। तो प्रतीत हो रहा है कि जनता की जेबों पर डाका डालकर ही सुक्खू सरकार गारंटियों को पूरा करने की सोच रही है। ऐसा करना हिमाचल की जनता के साथ बहुत बड़ा कुठाराघात होगा। ऐसी निर्णयों के विरोध में हिमाचल की जनता सुक्खू सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने से गुरेज नहीं करेगी। 

*सुक्खू सरकार खड़े ट्रक ऑपरेटरों के बारे में कर लेती बिचार*

हमीरपुर संसदीय क्षेत्र प्रभारी सुमीत ने कहा कि सुक्खू के शपथ समारोह के साथ ही हिमाचल के दो बड़े सीमेंट कारखाने बन्द हो गए।वहीं करीब तीस हजार परिवारों की रोजी रोटी छिन्न गई।साथ ही दस हजार ट्रक ऑपरेटरों को रोजी रोटी के लाले पड़ गए। अब प्रदेश सरकार ने डीज़ल के दाम करीब साढ़े से चार रुपये महंगा करके सुक्खू सरकार उन ट्रक ऑपरेटरों के जले पर नमक छिड़क रही है। सुमीत ने कहा कि सुक्खू सरकार ने एक माह में यह साफ कर दिया कि कांग्रेस के लिए सत्ता सेवा नहीं बल्कि सत्ता सुख का जरिया है।