बिना बारिश शहर में आ गया सैलाब, सैकड़ों एकड़ भूमि हुई जलमग्न 

बिना बारिश शहर में आ गया सैलाब, सैकड़ों एकड़ भूमि हुई जलमग्न 

हरियाणाः सोनीपत में अज्ञात कारणों के चलते पश्चिमी यमुना लिंक नहर टूट गई। इससे कई इलाकों में जलभराव हो गया और कई एकड़ में फसलें डूब गईं। नहर टूटने के बाद पानी खेतों और कॉलोनियों की तरफ बढ़ता चला गया, जिसके चलते कॉलोनियों के साथ सड़कों पर पानी जमा हो गया। ग्रामीणों का कहना है कि रात करीब 12 बजे नहर टूट गई थी। नहर टूटने के कारणों का पता नहीं लग सका है। नहर टूटने से गांव बड़वासनी के पास सैकड़ों एकड़ भूमि जलमग्न हो गई है। दिल्ली में पेयजल आपूर्ति भी प्रभावित हो सकती है। इसी नहर से दिल्ली में पेयजल आपूर्ति की जाती है। इससे दिल्ली में पेयजल संकट गहरा सकता है। हालांकि सिंचाई विभाग का दावा है कि पानी को पश्चिमी यमुना लिंक नहर में डायवर्ट कर दिया है। जिससे दिल्ली को पूरे पानी की आपूर्ति हो सकेगी।

गांव बड़वासनी के पास शुक्रवार रात करीब 12 बजे अचानक सीएलसी नहर टूट गई। करीब 40 फीट का कटाव होने से नहर का पानी गांव बड़वासनी के खेतों के साथ ही गोहाना-सोनीपत रोड से बहने लगा। जिससे वाहन चालकों की परेशानी भी बढ़ गई। इस नहर से दिल्ली में पेयजल की आपूर्ति की जाती है। जिससे वहां भी पेयजल संकट होने का डर सताने लगा। रात को मामले का पता लगते ही सिंचाई विभाग के एक्सईएन गुलशन कुमार टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। बुलडोजर व अन्य से पानी का बहाव रोकने का प्रयास किया जा रहा है। गांव बड़वासनी के पास भूमि में पानी भर गया है। जिससे किसानों की कई एकड़ में खड़ी फसल में भी जलभराव हो गया है।

दिल्ली में आपूर्ति किया जाने वाला पानी खुबडू झाल के पास से सीएलसी की बजाय पश्चिमी यमुना लिंक नहर में डायवर्ट कर दिया गया है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों का दावा है कि दिल्ली में पूरे पानी की आपूर्ति की जाएगी। पेयजल की कमी नहीं होने दी जाएगी। गांव बड़वासनी के पास नहर टूटने से पानी सड़क पर भी बह रहा है। वाहनों को अब दूसरे मार्गों से गुजारा जा रहा है। जिससे किसी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े। इससे पहले 14 जून को भी सीएलसी नहर टूट गई थी। जिसे तीसरे दिन चालू किया जा सका था। तब नहर की सफाई भी कराई गई थी, लेकिन अब फिर से नहर टूट गई है।