डीजीपी का खुलासाः 200 करोड़ की ड्रग्स के कपूरथला और अमृतसर की जेल से जुड़े तार
अहमदाबादः ड्रग तस्करी के खिलाफ अभियान चला रहे सुरक्षाबलों को बुधवार को बड़ी सफलता मिली। इंडियन कोस्ट गार्ड और गुजरात ATS के सतर्क जवानों ने नशीले पदार्थ की बड़ी खेप को पकड़ने में सफलता पाई है। मामला कितना बड़ा है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बरामद नशीले पदार्थ की कीमत भारतीय बाजार में तकरीबन 200 करोड़ रुपये आंकी गई है। इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। इसके तार पंजाब की कपूरथला जेल से जुड़ रहे हैं। गुजरात ATS अब पंजाब की जेल में बंद कैदी को रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की तैयारी कर रहा है।
ड्रग तस्करी के मामले में गुजरात ATS ने बड़ा खुलासा किया है। एटीएस का कहना है कि पंजाब की जेलों से पाकिस्तान से नशीले पदार्थों की खेप मंगवाने का रैकेट चल रहा है। एटीएस के अधिकारियों का कहना है कि गुजरात के जाखू तट पर पकड़ा गया ड्रग कंसाइनमेंट पंजाब की कपूरथला जेल से मंगवाया गया था। जेल में बंद नाइजीरियाई मूल के कैदी ने ड्रग्स की खेप मंगवाई थी। गुजरात ATS अब इस कैदी को रिमांड पर लेने की तैयारी में है, ताकि इस पूरे रैकेट में शामिल लोगों का पता लगाया जा सके।
गुजरात ATS का कहना है कि कपूरथला जेल में बंद नाइजीरियाई मूल के कैदी का संपर्क करांची में स्थित अब्दुल्ला नाम के एक शख्स से था। आरोप है कि नाइजीरियाई कैदी ने अब्दुल्ला से संपर्क साधकर नशे की खेप भारत मंगवाई थी। इसे गुजरात तट के जरिये देश में लाया जा रहा था. अब्दुल्ला ने इसके लिए पहले मछुआरों को तैयार किया उसके बाद ड्रग कंसाइनमेंट को भारत भेजा। हालांकि, भारत के सतर्क जवानों ने इसे पहले ही पकड़ लिया, साथ ही पाकिस्तानी बोट को भी कब्जे में ले लिया।
नशीले पदार्थ को गुजरात से लगती समुद्री सीमा के जरिये देश में लाने की साजिश रचने के बाद तस्करों ने 2 शख्स को ड्रग का कंसाइनमेंट लेने गुजरात भेजा था। इन दोनों की पहचान जग्गी और सरताज के तौर पर की गई है। बताया जाता है कि ड्रग्स की डिलीवरी गुजरात सीमा के पास बीच समुद्र में होने वाली थी, लेकिन समय रहते ही गुजरात एटीएस ने दोनों को पकड़ लिया। अब कपूरथला जेल में बंद नाइजीरियाई कैदी को हिरासत में लेने की तैयारी चल रही है।