बारिश से मची हाहाकार, सड़कों से स्कूलों तक पानी भरने से बच्चों की पढ़ाई पर बना संकट

बारिश से मची हाहाकार, सड़कों से स्कूलों तक पानी भरने से बच्चों की पढ़ाई पर बना संकट

दतिया: मानसून आने के बाद आसमान से बरसी बारिश लोगों के लिए आफत बन गई है। मध्यप्रदेश के दतिया की तहसील इंदरगढ़ में बारिश का पानी मुसीबत बना हुआ है। कल मंगलवार को आई बारिश से जो हालात नजर आए वह बेहद चिंताजनक है। तेज आंधी के साथ आई बारिश से घरों में पानी भरा गया तो वहीं स्कूलों के अंदर पानी भर जाने के कारण मुसीबत खड़ी हो गई है। स्कूल के बच्चे स्कूल में पानी भर जाने के कारण बेहद परेशान है। सरकारी दफ्तर सहित स्कूल के कमरों में अथवा प्रवेश द्वार पर बारिश का पानी भरा हुआ है।

बारिश का पानी तहसील इलाके के कई गरीब बस्तियों में अपना कहर ढाया और कई लोगों के कच्चे घर जमींदोज हो गए। स्कूल में कक्षा छठवीं, सातवीं एवं आठवीं के बच्चों को वितरित होने के लिए आई किताबें भी पानी में तरबतर हो गई। नगरवासी इसे नगर परिषद की नाकामी मान रहे है। तीसरे दल के रूप में उभर रही आम आदमी पार्टी के नेता नपा पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए नपा को दोषी ठहरा रहे है।

तहसील इंदरगढ़ के विद्यालय में सब कुछ पानी पानी हो गया। विद्यालय के कमरों एवं रास्तों में कमर तक पानी भरा हुआ है। स्कूल का रिकॉर्ड भी पानी में तैरता हुआ नजर आ रहा है। विद्यालय के प्राचार्य राजीव छारी स्कूल में भरे बारिश के पानी से लोग बेहद परेशान नजर आए। कक्षा छठवीं, सातवीं एवं आठवीं में पढ़ रहे बच्चों को वितरित होने वाली सरकारी किताबें भी पानी से खराब हो गई। स्कूल में नालियां पूरी तरह से चौक हो गई हैं और विद्यालय के प्राचार्य तहसील इंदरगढ़ नगर परिषद पर आरोप मढ़ रहे है।  इसी बीच कक्षा छठवीं में पढ़ने वाली ज्योति स्कूल में पानी भर जाने के कारण घर लौट कर जाती नजर आई। उसे यह नहीं पता कि यह पानी कितने दिन में खाली होगा।

तहसील इंदरगढ़ में बारिश ने हर तरफ मुसीबत खड़ी कर दी लोगों के घरों में पानी आ गया जहां देखो वहीं तालाब जैसे हालात बन गए हैं । दतिया निवासी सुहानी का कहना है कि बारिश के मौसम में इस प्रकार के हालात बन जाते हैं। कई मर्तबा बारिश का पानी घरों में भर जाने की शिकायत वे लोग कर चुके हैं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं। वहीं ग्रामिण महिला कमला बाल्मिक ने बताया कि वे तकरीबन 12 साल से वह कच्चे घर में रह रही है लेकिन तेज बारिश आने से उसका घर ढह गया अब रहने को जगह नहीं। कोई मुसीबत में सुनने वाला नहीं। सरकारी आवास की सुविधा इनको नहीं मिली है। बारिश ने नगर परिषद के दावों की पोल खोलकर रख दी है। करोड़ों रुपए पानी की तरह बहाने के बाद भी नालों की सफाई न होने के कारण नगर में जल भराव की स्थिति बन गई है।