दुनिया का सबसे अमीर भिखारी, इतने करोड़ की है संपत्ति

दुनिया का सबसे अमीर भिखारी, इतने करोड़ की है संपत्ति

नई दिल्ली : आपने अक्सर भिखारियों के पास से गुजरते हुए उन्हें कुछ पैसे पकड़ा ही दिए होंगे। कभी शायद ही आपने जानने की कोशिश की हो कि भिखारी वाकई मजबूर है भी या नहीं हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि कई भिखारी इसे पेशा मानकर अपनी आजीविका बना लेते हैं चूंकि इसमें कोई मेहनत नहीं लगती और लोगों से जो कुछ मिलता है, वो भरण-पोषण के लिए काफी होता है आपको अगर ये बात अजीब लग रही है तो आपको आज दुनिया के सबसे अमीर भिखारी के बारे में बताते हैं अपने ही देश में मुंबई में रहने वाले भरत जैन दुनिया के सबसे अमीर भिखारी के तौर पर जाने जाते हैंउन्होंने मकान और व्यावसायिक प्रतिष्ठान किराए पर लेकर व्यावसायिक परिसर भी बनाए। इससे उन्हें लाखों की इनकम होती है और वो मुंबई जैसे शहर में अपनी अच्छी संपत्ति बना चुके हैं। लंबे समय तक भीख मांगने के बाद अब भरत जैन आलीशान ज़िंदगी जी रहे हैं। वो करोड़पति हैं और उनका अच्छा-भला परिवार है।

वे अपने दो बेटों, पत्नी, भाई और पिता के साथ रहते हैं। भीख मांगते-मांगते ही इसके पैसों से उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों को रोजगार भी दिया और स्टेशनरी की दुकान खोल दी। महीने में भरत जैन की इनकर आराम से 70-75 हज़ार रुपये है। इस तरह साल में वो 9 लाख आराम से कमाता है और उसने मुंबई जैसे शहर में एक बंगला भी बना लिया है उनके बेटे कॉन्वेंट स्कूलों में पढ़ते हैं भरत जैन के पास 7.5 करोड़ की प्रॉपर्टी है, जबकि मुंबई में उसका 2 बेडरूम का अपार्टमेंट भी है इसके अलावा उनकी ठाणे में दो दुकानें हैं, जो किराये पर चल रही हैंकरोड़ों की कमाई होने के बाद उनका परिवार बार-बार उनसे कहता है कि वो भीख मांगना बंद कर दें इस पर भरत जैन मना कर देते हैं और उनका कहना है कि वो इस काम को नहीं छोड़ सकते जिसने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है हाल ही में एक ऐसी ही पाकिस्तानी लड़की का भी वीडियो सामने आया है। जिसमें उसने बताया कि मलेशिया मे भीख मांग-मांगकर वो अमीर बन गई

अमीर होकर भी मांगता है भीख
भरत जैन के पास 7.5 करोड़ की प्रॉपर्टी है, जबकि मुंबई में उसका 2 बेडरूम का अपार्टमेंट भी है. इसके अलावा उनकी ठाणे में दो दुकानें हैं, जो किराये पर चल रही है। करोड़ों की कमाई होने के बाद उनका परिवार बार-बार उनसे कहता है कि वो भीख मांगना बंद कर दें। इस पर भरत जैन मना कर देते हैं और उनका कहना है कि वो इस काम को नहीं छोड़ सकते जिसने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है।