2014 से ही राजनीति इतनी खराब हुई है : पठानिया

2014 से ही राजनीति इतनी खराब हुई है : पठानिया
अकेले बड़सर में ही 150 करोड़ खर्च होने वाले हैं

ऊना/सुशील पंडित : हिमाचल प्रदेश में उठे राजनीतिक ज्वर को शांत करने के लिए कांग्रेस के तमाम विधायक जगह जगह प्रेस कांफ्रेंस से स्थिति को शांत करने में जुटे हैं। एक के बाद एक नेताओं की प्रेस वार्ताएं प्रदेश भर में जारी हैं। मंगलवार को ऊना में भी कांग्रेस के फतेहपुर से विधायक भवानी सिंह पठानिया ने भी ऐसी ही एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि सुक्खू सरकार पहले से मजबूत स्थिति में है और हमने राजनीतिक संकट से पार पा लिया है। पठानिया ने हिमाचल में उत्पन हुए इस राजनीतिक संकट का सारा ठीकरा भाजपा के सिर फोड़ दिया। उन्होंने कहा कि 2014 से भाजपा देश भर के राज्यों में ऐसे ही सरकारों को अस्थिर करने में लगी है। पत्रकारों के प्रश्नों का उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सभी 6 बागी विधायक उनके भी करीबी रहे हैं।

उन्होंने बड़सर विधानसभा क्षेत्र का उदाहरण देते हुए कहा कि अभी कुछ हफ्ते पहले ही बड़सर में मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने लगभग डेढ़ सौ करोड़ रूपए के विकास कार्यों को आरंभ करवाया है। सारे प्रोजेक्ट समय पर शुरू हो रहे हैं। यदि हम एक विधायक के पांच साल के कार्यकाल की बात करें तो मुश्किल से वह पांच साल में 50 से 100 करोड़ रूपए के विकास कार्य करवा पाता है। यही हिमाचल का चलन भी है। लेकिन अकेले बड़सर में ही हमने 150 करोड़ की परियोजनाओं को स्वीकृति दे रखी है। ऐसे में 6 बागी विधायकों का यह कहना कि उनके क्षेत्रों की अनदेखी हो रही थी। या उनके क्षेत्रों को पैसा नहीं दिया जा रहा था।

यह सारी बातें निराधार हैं। कांग्रेस के बागी विधायकों के इलाकों में जाकर आप जमीनी हकीकत देख सकते हैं। विकास कार्यों  में रुकावट की तो कोई बात ही नहीं थी। यदि ऐसा कुछ था भी तो उन विधायकों को हाईकमान के पास जाना चाहिए था। अपनी नाराजगी अपनी ही सरकार के समक्ष पेश की जा सकती थी लेकिन उन्होंने तो सरकार को ही दांव पर लगा दिया। सुक्खू सरकार सरकारी खर्चों को कम करने के साथ साथ आत्मनिर्भर राज्य बनाने के लिए आय के साधन भी विकसित कर रही है।