जालंधर: नगर निगम में 'विजीलैंस विभाग' का छापा, 150 से ज्यादा अवैध बिल्डिंगों का रिकार्ड तलब

जालंधर: नगर निगम में 'विजीलैंस विभाग' का छापा, 150 से ज्यादा अवैध बिल्डिंगों का रिकार्ड तलब

जालंधर, ENS: पंजाब निकाय विभाग के चीफ विजीलैंस आफिस की तरफ से आज जालन्धर बिल्डिंग विभाग में दबिश दी गई है जहां 150 से ज्यादा अवैध इमारतों के रिकार्ड की जांच की जा रही है। चीफ विजीलैंस विभाग चंडीगढ़ के पास जालन्धर निगम के अधीन आती 150 से ज्यादा ऐसी शिकायतें पहुंची थी। जिनके खिलाफ बिल्डिंग विभाग की ओर से समय रहते कानूनी कारवाई नहीं की जा रही थी इन शिकायतों में कुछ एटीपी तथा बिल्डिंग इंस्पैकटरों के भी नाम है। विभाग के अधिकारियों ने एमटीपी विजय कुमार को शिकायतों की सूची सौंप एटीपी तथा बिल्डिंग इंस्पैकटरों द्वारा की गई कारवाई का रिकार्ड तलब किया है। मिली जानकारी अनुसार टीम द्वारा कुछ शिकायतों के आधार पर मौके की जांच भी की जाएगी तथा कमियां पाई जाने पर संबधित सैक्टर के एटीपी थथा बिल्डिंग इंस्पैक्टर पर गाज गिरनी तय मानी जा रही है।

बता दें कि यह टीम करीब एक साल पहले भी जालन्धर पहुंची तथा माडल टाउन इलाके में आधा दर्जन से ज्यादा अवैध इमारतों का मौका देखा था जिसमें कई अनियमितताएं पाई गई थी। गौर हो कि माडल टाउन इलाके में निगम की ओर से करीब दर्जनभर ऐसी इमारतों को एक ही दिन में सील किया था जिनकी बेसमैंट का इस्तेमाल कारोबारी तौर पर किया जा रहा था मगर बिल्डिंग मालिकों ने ऊंची पहुंच के बूते बिना बिल्डिंग को ठीक किए सभी सीलें खुलवा ली थी और यह भी जानकारी मिली है कि उन इमारतों की सीलिंग का रिकार्ड भी बिल्डिंग विभाग से गायब करवा दिया गया था तांकि भविष्य में मामला पकड़ में न आ सके। 

सूत्रों अनुसार विजीलैंस विभाग की हिटलिस्ट में मंडी फैंटनगंज कविता जिंदल की मल्टीस्टोरी बिल्डिंग जिसका रिहायशी नक्शा पास है, मुहल्ला गोबिंदगढ़ तीन मंजिला अभी भी काम जारी (रिहायशी नक्शा), लद्देवाली रिहायशी नक्शे के आधार पर 9 अवैध दुकाने, घाहमंडी शमशानघाट की अवैध कालोनी, गुरुनानक मिशन चौंक के नजदीक बनी मल्टीस्टोरी बिल्डिंग जिसकी दो घंटे में सील खोल दी गई थी, कृष्णा नगर लक्ष्मी सिनेमा के पीछे, लाडोवाली रोड संत नगर के बाहर अवैध मल्टीस्टोरी बिल्डिंग, सैदांगेट सब्जी वाले पीछे सहित, अटारी बाजार कश्मिरी गली 18 मकानों को गिराकर बनी मल्टीस्टोरी इमारतों कई अन्य इमारतें शामिल हैं। मिली जानकारी अनुसार जांच कर रही टीम शिकायतकर्ताओं को भी बुलाकर ब्यान दर्ज कर सकती है। खबर लिखे जाने तक विजीलैंस की टीम बिल्डिंग विभाग में जांच कर रही थी।