क्रिकेटर ऋषभ पंत से एडीजीपी के नाम से 1.63 करोड़ की ठगी, गिरफ्तार

क्रिकेटर ऋषभ पंत से एडीजीपी के नाम से 1.63 करोड़ की ठगी, गिरफ्तार

जालंधर के ट्रेवल एजेंट से भी कर चुका 5.76 लाख रुपये ठगी

चंडीगढ़ः एडीजीपी चंडीगढ़ अलोक कुमार का नाम इस्तेमाल कर जालंधर के ट्रैवल एजेंट से 5.76 लाख रुपए की धोखाधड़ी का आरोपी मृणांक सिंह पहले इंडियन ​क्रिकेट टीम के विकेटकीपर ऋषभ पंत से 1.63 करोड़ रुपए की ठगी कर चुका है। यह खुलासा शातिर ठग और उसके साथी की गिरफ्तारी के बाद हुआ। मोहाली पुलिस ने दोनों को पंचकूला के एक क्लब से दबोचा है। शातिर ठग की पहचान फरीदाबाद (हरियाणा) निवासी मृणांक के रूप में हुई है जबकि उसके साथी की पहचान राघव के तौर पर हुई है। दोनों को अदालत में पेश कर पुलिस ने दो दिन का रिमांड हासिल किया है।

मोहाली पुलिस की जांच में पता चला है कि मुंबई पुलिस ने क्रिकेटर ऋषभ पंत से 1.63 करोड़ की धोखाधड़ी के मामले में मुख्य आरोपी मृणांक के खिलाफ केस दर्ज कर रखा है। पुलिस ने बताया कि आरोपी क्लब जाने और एशोआराम भरी जिंदगी जीने के लिए ठगी करता था। रिमांड के दौरान पुलिस इस बात पता लगाएगी कि आरोपी ने अब तक कितने लोगों को ठगा है।

 
मोहाली के एसएसपी डॉ. संदीप कुमार गर्ग ने बताया कि पुलिस को जालंधर के ट्रेवल एजेंट विजय सिंह ने 5.76 लाख रुपये की ठगी की शिकायत दी थी। पुलिस ने आरोपी की लोकेशन ट्रेस कर उसे दबोच लिया। आरोपी मृणांक ने खुद को चंडीगढ़ का एडीजीपी अलोक कुमार बताकर ट्रेवल एजेंट विजय से कई एयर टिकट और देश के विभिन्न शहरों में होटल की बुकिंग करवा ली थी। 
 
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि मृणांक बेहद ही शातिर है। वह ठगी करने से पहले अपने शिकार और उसके बिजनेस के बारे में पूरी जानकारी हासिल कर लेता था। फिर उस व्यक्ति से संपर्क कर खुद को हाई प्रोफाइल व्यक्ति बताकर भरोसा जीतता था फिर ठगी को अंजाम देता था।