लॉरेंस को गैंगस्टर व आतंकी कहने पर कोर्ट का आया बड़ा बयान

लॉरेंस को गैंगस्टर व आतंकी कहने पर कोर्ट का आया बड़ा बयान

नई दिल्लीः पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड, ड्रग्स तस्करी व अन्य कई मामलों में जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस को उसे आतंकवादी या गैंगस्टर कहने से आपत्ति है। लॉरेंस ने गुजरात की विशेष कोर्ट में याचिका दायर कर नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) को कागजों में बिना ठोस सबूत के उसके नाम के आगे आतंकवादी या गैंगस्टर शब्दों के इस्तेमाल से परहेज करने का निर्देश देने की मांग रख दी है।

याचिका पर स्थानीय विशेष न्यायाधीश केएम सोजित्रा की कोर्ट ने NIA से जवाब मांगा है। इस मामले की सुनवाई के लिए 22 सितंबर की डेट निर्धारित की गई है। गौरतलब है कि 2022 में गुजरात तट पर एक नाव से नशे की बरामदगी के मामले में पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद कोर्ट ने लॉरेंस को न्यायिक हिरासत में भेजा है। लॉरेंस के वकील आनंद ब्रह्मभट्ट द्वारा दायर याचिका में कहा- भारत के नागरिक के रूप में मेरे सबसे कीमती अधिकारों को किसी भी व्यक्ति द्वारा छीना नहीं जाना चाहिए। कृपया उपरोक्त प्रार्थना से संबंधित आवश्यक आदेश पारित करें।

गुजरात एंटी टेरोरिस्ट स्क्वैड (ATS) ने सितंबर 2022 में गुजरात तट के पास एक नाव से 39 किलोग्राम ड्रग्स बरामद की थी। इसी मामले में अप्रैल में लॉरेस को पंजाब की जेल से हिरासत में लिया था। बताया गया कि ड्रग की यह खेप लॉरेंस के इशारे पर पाकिस्तान से भेजी गई थी। बाद में इस मामले को NIA ने अपने हाथ में ले लिया था। कोर्ट ने 12 से 16 सितंबर तक लॉरेंस का रिमांड मंजूर किया था। जिसे बाद में 18 सितंबर तक बढ़ा दिया गया। अंत में उसे अब न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। लॉरेंस द्वारा लगाई गई याचिका में लॉरेंस ने खुद को बेकसूर बताया है। लॉरेंस का कहना है- वह लगभग 10 वर्षों तक सलाखों के पीछे है और विभिन्न जांच एजेंसियों द्वारा विभिन्न मामलों में उसे लगातार गलत तरीके से फंसाया गया। एक आरोपी के रूप में अधिकारों को किसी भी संबंधित कोर्ट के समक्ष सम्मान-जनक नहीं माना गया है और मुझे एक गैंगस्टर की उपाधि दी गई है और अब हाल ही में मुझे एक आतंकवादी की उपाधि दी गई है।

NIA आतंकवादी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल से लॉरेंस के संबंधों की जांच करना चाहती है। लॉरेंस का कहना है कि उन्हें किसी द्वारा आतंकवादी या गैंगस्टर के रूप में संबोधित किए जाने पर "कड़ी आपत्ति" है, क्योंकि वह अपनी मातृभूमि से प्यार करता है और अगर उसे "न्याय" मिला तो वह देश के लिए जिएगा और मरेगा। उसके खिलाफ किसी भी मामले में उसे कभी दोषी नहीं ठहराया गया और उसके खिलाफ कोई पुख्ता सबूत भी नहीं है। लॉरेंस का कहना है कि उसके साथ एक सजायाफ्ता कैदी की तरह व्यवहार किया जा रहा है। उसे अपनी अदालती पेशियों के दौरान सच्चे देशभक्त शहीद भगत सिंह की तस्वीर वाली टी-शर्ट पहनने से प्रतिबंधित कर दिया गया है।