शादी समारोह में 6 सिलेंडर ब्लास्ट, 5 की मौत, 60 झुलसे

शादी समारोह में 6 सिलेंडर ब्लास्ट, 5 की मौत, 60 झुलसे

जोधपुर: जोधपुर में गैस सिलेंडर ब्लास्ट का एक और हादसा सामने आया है इस हादसे से जिला सहम गया है। दरअसल जोधपुर जिले के शेरगढ़ क्षेत्र में भुंगरा गांव में गुरुवार दोपहर शादी एक समारोह स्थल पर बारात रवानगी से पहले बड़ा हादसा हुआ, जहां लीकेज के बाद बारी-बारी से 6 गैस सिलेंडर फटने से अब तक 5 लोगों की मौत हो गयी। वहीं इस हादसे में 61 लोग झुलस गए। इस हादसे में झुलसने वालो में जहां दुल्हे का पिता भी शामिल हैं, वहीं महिलाओं और मासूम बच्चों के भी घायल होने की खबर है।

जानकारी के अनुसार 35 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। हादसे के बाद शादी समारोह और गांव में शोक छा गया। बताया जा रहा है कि समारोह के दौरान खाना बन रहा था और अनेक ग्रामीण खाना खा रहे थे। आग लगते ही खाना बनाने वाले गैस चालू छोड़ भाग गए। भट्टियों की पाइप तक झुलस गईं, जिससे और गैस लीकेज होती रहीं और यह बड़ा हादसा घटित हो गया।

सूचना के बाद जोधपुर से एक दमकल भी मौके पर आई। 60 घायलों को शेरगढ़, बालेसर व सेतरावा के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद कुछ लोगों को घर भेजा गया। जबकि 51 घायलों को जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल रैफर किया गया। 35 घायलों की हालत गंभीर बताई जाती है। आरसीए चेयरमैन वैभव गहलोत आज जोधपुर दौरा तय था। वे जयपुर से रेल मार्ग से अपने तय कार्यक्रमों में शिरकत करने जोधपुर पहुंच रहे थे इस दौरान उन्हें इस हादसे की जानकारी मिली और उन्होंने अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर तुरंत अस्पताल पहुंचे और प्रशासन को आवश्यक निर्देश दिए साथ ही उन्होंने बताया कि उन्होंने घायलों को आर्थिक मदद देने के लिए सरकार से अपील की है और जल्द से जल्द उन्हें आर्थिक मदद मिल जाएगी साथ ही उन्होंने कहा कि प्रत्येक मरीज को उचित इलाज मिले इसके पुख्ता व्यवस्था करने के निर्देश उन्होंने जिला प्रशासन तथा अस्पताल प्रशासन को दी है।

मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य दिलीप कच्छवाह ने बताया कि कुल 63 लोग घायल हुए थे, जिनमें से 12 लोग मामूली घायल थे जिनका प्राथमिक उपचार कर उन्हें छुट्टी दे दी गई। वहीं  51 लोग गंभीर घायल थे जिन्हें जोधपुर में रेफर किया गया उनमें से 33 लोग 60 फीसद से ज्यादा जले हुए हैं उनकी स्थिति गंभीर है उनके जीवन को खतरा है उनमें से 11 लोग 90 से 100 फ़ीसदी तक जल गए हैं वह जीवन और मौत से संघर्ष कर रहे हैं जिनका इलाज जारी है।