विश्व मलेरिया दिवस पर एक दिवसीय जिला स्तरीय जगरूकता कार्यक्रम का आयोजन 

विश्व मलेरिया दिवस पर एक दिवसीय जिला स्तरीय जगरूकता कार्यक्रम का आयोजन 

ऊना/सुशील पंडित : स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ऊना के सूचना शिक्षा एवं सम्प्रेषण प्रभाग द्वारा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भरवाईं में मुख्य चिकित्सा अधिकारी ऊना डा. संजीव कुमार वर्मा के दिशा निर्देशानुसार विश्व मलेरिया दिवस के उपलक्ष्य पर एक दिवसीय जिला स्तरीय जगरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जन शिक्षा एवं सूचना अधिकारी शारदा सारस्वत ने उपस्थित समस्त स्कूल स्टाफ और बच्चों को बताया कि मलेरिया एक ऐसी बीमारी है जो सालों से लोगों को अपना शिकार बनाती आई है। मलेरिया के खिलाफ लोगों के बीच जागरूकता फ़ैलाने के लिए विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाता है। हर साल लाखों लोग भारत समेत पूरी दुनिया में मलेरिया से ग्रसित होते हैं। यह एक जानलेवा बीमारी है , जिससे भारत में हर साल हजारों लोग संक्रमित होते हैं।

उन्होंने बताया कि मलेरिया की बीमारी मच्छर के काटने से फैलती है। यह मादा एनाफिलिज मच्छर के जरिए इंसानों के बीच फैलती है। मलेरिया प्लाजमोडियम विवेक्स नाम के वायरस के कारण होता है। जब मादा एनाफिलिज मच्छर किसी मलेरिया से संक्रमित व्यक्ति को काटता है तो इस वायरस का अंश मच्छर के शरीर में ट्रान्सफर हो जाता है, जब यह मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो यह परजीवी व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर जाता है। जिला स्वास्थ्य शिक्षक गोपाल कृष्ण ने बताया मरीज को ठंड लगकर कंपकंपी द्वारा 103 डिग्री या इससे अधिक बुखार आता है। यह मच्छर खड़े पानी में प्रजनन करता है। इससे बचने के लिए खड़े पानी की निकासी का होना अत्यंत जरूरी है।

पशुओं द्वारा पानी पीने के लिए उपयोग किये जाने वाले बर्तनों को ढककर रखना जरूरी है। मलेरिया से बचाव व इलाज दोनों संभव है। कोई भी बुखार मलेरिया हो सकता है अत: खून की जाँच करवा कर मलेरिया की सही पहचान होती है। मच्छरों को पैदा होने से रोकें तथा तालाबों और जलाशयों इत्यादि में गम्बुजिया मछली डालें ताकि मच्छरों के अंडे व लार्वा को बदने से रोका जा सके। इस अवसर पर स्कूल के बच्चों में भाषण प्रतियोगिता का आयोजन भी करवाया गया। जिसमें सभी प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह देकर पुरुस्कृत किया। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग से बीसीसी कार्डिनेटर कंचन माला, स्कूल प्रधानाचार्य सीमा कौशल, सहित समस्त स्कूल स्टाफ, बच्चे व भरवाई की आशा उपस्थित थी।