जालंधरः बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के बाहर पुलिस ने की नाकाबंदी, देखें वीडियो

जालंधरः बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के बाहर पुलिस ने की नाकाबंदी, देखें वीडियो

आरोपः रोकी जा रही राहत सामग्री गाड़ियां, रखी ये शर्त 

जालंधर,ENS: पंजाब में आई बाढ़ के कारण लोग पानी तक के लिए तरस गए हैं। हालांकि हालातों का जायजा सरकार द्वारा लिया जा रहा है। सीएम मान भी बाढ़ से प्रभावित हलकों में जाकर हालातों का जायजा ले रहे है। लेकिन इस दौरान कांग्रेस के सीनियर नेता प्रताप सिंह बाजवा ने एक वीडियो शेयर की है। जिसमें उन्होंने पंजाब सरकार पर निशाना साधा है। दरअसल, इस वीडियो में लड़की द्वारा बताया जा रहा है कि सरकार और प्रशासन लोगों तक राहत सामग्री लेकर जा रहे लोगों को रोक रहे हैं। जालंधर के उप-मंडल शाहकोट के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के बाहर पुलिस ने नाकाबंदी कर रखी है। नाकों पर राहत सामग्री लेकर आ रही संस्थाओं की गाड़ियों को रोका जा रहा है।

उन्हें कहा जा रहा है कि वह सामान लेकर आगे नहीं जा सकते। उन्हें सामान ले जाने के लिए शर्त रखी जा रही है। शर्त यह है कि या तो पुलिस नाके पर सामान जमा करवाओ प्रशासन खुद सामान बांटेगा या फिर यदि जाना ही है तो गाड़ी के ऊपर मुख्यमंत्री की फोटो वाला पंजाब सरकार का फ्लड रिलीफ वाहन वाला स्टिकर लगाओ। राहत कार्यों में जुटी संस्थाओं का आरोप है कि सरकार तो अपने स्तर पर लोगों तक राहत पहुंचाने में फेल हो गई है और अब समाज सेवी संस्थाओं से जब्री सामान लेकर झूठी वाहवाही लूटने की फिराक में है।

शाहकोट को लोहियां में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को जाते रास्तों पर लगाए गए पुलिस नाकों के वीडियो भी कुछ संस्थाओं ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर वायरल किए हैं। दोआबा किसान यूनियन के नेता तरसेम सिंह ढिल्लों ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लाइव होकर कहा कि पुलिस मुलाजिम रोक रहे हैं और कह रहे हैं कि अधिकारियों के आदेश हैं, राहत सामग्री उनके पास जमा करवाओ। सीधे जाकर कोई नहीं बांटेगा।

नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने राहत सामग्री ले जाने से रोकने के कृत्य की घोर निंदा की है। उन्होंने ट्वीट कर तंज कसा है कि बाढ़ भी सरकार के लिए आपदा में अवसर बनकर आई है। मुख्यमंत्री भगवंत मान को टैग करते हुए लिखा है कि परेशानी के पानी भी मछलियां पकड़ी जा रही हैं। पुलिस ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की सीमाओं पर नाके लगाए हैं, जहां सहायता प्रदाताओं (व्यक्तियों, संगठनों के सदस्यों) को या तो अपनी सामग्री जैसे पानी की बोतलें और अन्य सामान सरकार के पास जमा करने के लिए कहा जा रहा है या सीएम भगवंत की फोटो वाले स्टिकर लगाने के लिए मजबूर किया जा रहा है।

आम आदमी पार्टी तो अपने ट्वीट में टैग करते हुए लिखा है सरकार लोगों की मदद की बजाय प्रचार चाहती है। लोगों की मदद करने के बजाय AAP नेता, विधायक और मंत्री सोशल मीडिया पोस्ट के लिए फोटो खिंचवाने में लगे हुए हैं। नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने अंत में लिखा है कि उस पार्टी से हम क्या उम्मीद कर सकते हैं, जिसका मालिक खुद झूठ और ड्रामे रचकर लोगों को बेवकूफ बनाने में माहिर हो?