जालंधरः किशनपुरा में नशा तस्कर के खिलाफ इलाका निवासियों ने किया हंगामा, देखें वीडियो

जालंधरः किशनपुरा में नशा तस्कर के खिलाफ इलाका निवासियों ने किया हंगामा, देखें वीडियो

लोग बोले- अगर नशा बेचना नहीं हुआ बंद तो किशनपुरा चौक में देंगे धरना

जालंधर, हर्ष कुमारः महानगर के किशनपुरा में भगवान वाल्मीकि मंदिर वाली गली में देर रात जमकर हंगामा हुआ। मोहल्ला निवासियों ने मंदिर के सामने रहने वाले एक परिवार पर नशा बेचने के आरोप लगाए। लोगों का कहना था कि नशा खरीदने वाले युवकों की बाइकें मंदिर और गली के बाहर लगी रहती हैं, जिस कारण बच्चों और महिलाओं को घर से निकल कर मंदिर तक जाना भी मुश्किल हो जाता है। देर रात लोग नशा खरीदने के लिए उनके मोहल्ले में आती है और ऊंची ऊंची गालियां निकालते रहते हैं। जिस कारण आसपास का माहौल खराब होता है और कहीं बाहर उन्हें समझाया गया है।

लेकिन वह नशा बेचना बंद नहीं करते बल्कि बाहर से युवक बनाकर मोहल्ला निवासियों से झगड़ा करना शुरू कर देते हैं। शुक्रवार देर रात लोगों ने नशा तस्कर के खिलाफ खूब जमकर नारेबाजी की और विरोध जताया। घटनास्थल पर हंगामे को बढ़ता देख स्थानीय लोगों ने संबंधित थाने की पुलिस को सूचित किया मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को कार्रवाई का आश्वासन देकर वापस भेजा। जिस परिवार पर नशा बेचने का आरोप था उनकी महिलाएं मेडिकल करवाने सिविल अस्पताल में पहुंच गईं। उनका आरोप था कि उनके साथ मोहल्ले के लोगों ने मारपीट की है।

नशा बेचना नहीं बंद किया तो उच्च अधिकारियों को देगे मांग पत्र

मोहल्ले में इकट्ठे हुए लोगों ने कहा कि जिस तरह से खुलेआम उनके मोहल्ले में नशा बिकता है। उससे उनके बच्चों पर भी गलत असर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि आज तो उन्होंने सिर्फ मोहल्ले में ही विरोध किया है। लेकिन यदि यह नहीं माने तो इन पर कार्रवाई करवाने के लिए उच्च अधिकारियों को इनके खिलाफ मांग पत्र भी देंगे ताकि लोगों को नशे की दलदल की चपेट में आने से बचाया जा सके। लोगों का कहना है कि अगर फिर भी मोहल्ले में नशा बेचने का कारोबार बंद नहीं हुआ तो वह सभी लोग किशनपुरा चौक में प्रशासन के खिलाफ धरना देंगे।

पुलिस से बचने के लिए हर बार परिवार की महिलाएं करती हैं ड्रामा

घटनास्थल पर मौजूद लोगों का कहना था कि वह कई बार उन्हें समझा बैठे हैं लेकिन यह लोग नहीं मानते हैं। जब कोई इनका विरोध करता है तो यह परिवार की महिलाएं अपने व्यक्तियों को बचाने के लिए खुद ही चोटें लगवा सिविल में अपना मेडिकल करवाने पहुंच जाती है और बाद में पुलिस थाने मारपीट की शिकायत देने पहुंच जाती है।