जालंधर सहित इन शहरों में की जा रही Development Authority द्वारा संपत्तियों की ई-नीलामी

जालंधर सहित इन शहरों में की जा रही Development Authority द्वारा संपत्तियों की ई-नीलामी
जालंधर सहित इन शहरों में की जा रही Development Authority द्वारा संपत्तियों की ई-नीलामी

चंडीगढ़: जालंधर विकास प्राधिकरण और अमृतसर विकास प्राधिकरण द्वारा राज्य के शहरों अमृतसर, गुरदासपुर, बटाला, जालंधर, फगवाड़ा, कपूरथला और सुल्तानपुर लोधी में प्रमुख संपत्तियों की ई-नीलामी की जा रही है। इस संबंधी जानकारी देते हुए आवास निर्माण एवं शहरी विकास विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि अमृतसर विकास प्राधिकरण द्वारा 13 एस.सी.ओज., 99 रिहायशी प्लॉट, गुरदासपुर में 3.58 करोड़ रुपए की कीमत वाली एक स्कूल साइट और बटाला में 5.25 करोड़ रुपए की कीमत वाली एक अन्य स्कूल साइट, गुरदासपुर में 6.10 करोड़ रुपए की कीमत वाली एक बहु-उद्देशीय साइट की पेशकश की जा रही है। इन संपत्तियों की ई-नीलामी 20 अक्तूबर, 2022 से 31 अक्तूबर, 2022 तक होगी।  

जालंधर विकास प्राधिकरण द्वारा 105 व्यापारिक साईटों की ई-नीलामी करवाई जा रही है, जिनमें एस.सी.ओ., एस.सी.एस., एस.सी.एफ., कनवीनीऐंट बूथ, कनवीनीऐंट दुकानें शामिल हैं। 41 रिहायशी प्लॉट भी नीलामी के लिए उपलब्ध हैं। इनके अलावा सुल्तानपुर लोधी में 2.20 करोड़ रुपए की आरक्षित कीमत वाली स्कूल साइट और जालंधर में 6.36 करोड़ रुपए, 11.73 करोड़ रुपए और 26.89 करोड़ रुपए की कीमत वाली तीन चंक साईटें बोली लगाने के लिए उपलब्ध हैं। इन संपत्तियों की ई-नीलामी 17 अक्तूबर, 2022 तक होगी।  

प्रवक्ता ने कहा कि संपत्तियों की आरक्षित कीमत, आस-पास की जगह, स्थान सम्बन्धित योजनाएँ, भुगतान और अन्य नियम एवं शर्तों समेत अन्य विवरण पोर्टल www.puda.e-auctions.in पर उपलब्ध हैं। नीलामी वाली संपत्तियों का कब्ज़ा अलॉटमैंट पत्र जारी होने के 90 दिनों के अंदर सफल बोली लगाने वालों को सौंप दिया जाएगा। साईटों का कब्ज़ा जल्द सौंपने से अलॉटियों को जल्द निर्माण शुरू करने और बाद में साइट (रिहायशी या व्यापारिक) का उचित प्रयोग करने में मदद मिलेगी। उन्होंने आगे बताया कि ई-नीलामी में हिस्सा लेने के लिए इच्छुक बोली लगाने वालों को नीलामी पोर्टल पर साईनअप करके उपभोक्ता आई.डी. और पासवर्ड प्राप्त करना होगा। इसके उपरांत बोली लगाने वालों को नैट बैंकिंग/डेबिट कार्ड/क्रेडिट कार्ड/आर.टी.जी.एस./एन.ई.एफ.टी. के द्वारा रिफंडेबल/अडजस्टेबल योग्यता फीस जमा करवानी पड़ेगी।