डीएवी सेनटेनरी पब्लिक स्कूल, ऊना ने मनाया में बाल दिवस  

डीएवी सेनटेनरी पब्लिक स्कूल, ऊना ने मनाया में बाल दिवस  
ऊना/सुशील पंडित: जूनियर वर्ग के छात्रों के लिए फैंसी ड्रेस, दौड़, नृत्य और सीनियर वर्ग के छात्रों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुतियां रखी गई |  विदित हो कि जवाहरलाल नेहरू को बच्चों से खासा लगाव था और बच्चे  उन्हें चाचा नेहरू  पुकारते थे, इसलिए इस दिवस को बाल दिवस के रूप में नेहरू जी को श्रद्धांजलि देने के रूप में मनाया जाता है |   सर्वप्रथम सूत्रधार बबीता जोशी ने छात्रों को चाचा नेहरू के जीवन के बारे में बताते हुए कहा कि उन्हें बच्चों की सुरक्षा और सफलता में भागीदार बनने के लिए हमेशा ही चिंता रहती थी| आयोजित विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत सिद्धिमा, नंदिनी, कशिश, सिद्धिका जोशी ने अपनी एकल प्रस्तुति देकर सबको झूमने के लिए विवश कर दिया| आन्या,अर्पिता परिणिता सैनी ,रितिका अनन्या, वंशिका ने एकल नृत्य की प्रस्तुति से सबका मन  मोह लिया| मैम दीपशिखा ने नृत्य व नीलम मैम व ईशांत ने गाना गाकर छात्रों का मनोरंजन किया|   जूनियर वर्ग के छात्रों के द्वारा दी गई ओम गणेशाय नमः की प्रस्तुति  ने सबको खुश कर दिया |

कशिश ठाकुर ने गीत की प्रस्तुति दी| तत्पश्चात छात्रों की बौद्धिक क्षमता का परीक्षण करने के लिए प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया| छात्रों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया और सही उत्तर देने वाले छात्रों को  पुरस्कार दिए गये|    इस अवसर पर जूनियर वर्ग की फैंसी ड्रेस में रोहानिका, रिदम, इशिता मिष्ठी,सानवी ,सगुना, मानवी, अनन्या रक्षित लक्षिता, कनिका, रियांश ओजस्वी,  आर्यन ,सागर नव्या, रायका, तानिया,  जयांशु, रघुवंश ने विभिन्न परिधानों में सुसज्जित होकर अभिनय की प्रस्तुति दी और उन्हें सर्वश्रेष्ठ घोषित किया गया|  दौड़ प्रतिस्पर्धा में समायरा, विनायक, दिशानी कनव ,रवरीत, सूर्यांश अहाना, जशन, कृतिका अरुण, भाव्या ,गौरांश अहाना, रितिका, परमजोत सेजल को सर्वश्रेष्ठ धावक घोषित किया गया|  इस अवसर पर बच्चों की क्षमता और प्रतिभा को और बढ़ावा देने के लिए विद्यालय में करवाई गई विभिन्न गतिविधियों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले छात्रों को प्राचार्य अतुल महाजन ने पुरस्कृत किया|  
प्राचार्य अतुल महाजन ने छात्रों को बाल दिवस की शुभकामनाएं दी| महाजन ने कहा कि कोरोना कोरोना काल के पश्चात आज बच्चों ने अपनी प्रतिभा दिखाकर बाल दिवस का असली आनंद उठाया|उन्होंने कहा कि बच्चे देश के असली भविष्य हैं, इसलिए हर किसी को बच्चों के प्रति अपनी जिम्मेदारी को  समझना चाहिए, जिससे कि बाल दिवस का वास्तविक अर्थ सार्थक हो सके |श्री महाजन ने प्रश्नोत्तरी द्वारा छात्रों का ज्ञान परीक्षण किया| महाजन ने कार्यक्रम को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रभारी दिशि, समन्वयक संगीता, रीना लट्ठ व अन्य शिक्षकों के प्रयासों की सराहना की|