बीजेपी ऑफिस के बाहर आप कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन

बीजेपी ऑफिस के बाहर आप कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन

नई दिल्ली: नगर निगम चुनाव नतीजे आए तीन महीने हो गए हैं, लेकिन दिल्ली को मेयर नहीं मिल रहा है। दोनों पार्टियों के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौरा जारी है। इसी बीच मंगलवार को आप कार्यकर्ताओं ने बीजेपी दफ्तर के बाहर धरना प्रदर्शन किया है और सड़कों पर बीजेपी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की जा रही है। प्रदर्शन में आप के प्रमुख नेता और कार्यकर्ता शामिल हैं।

7 दिसंबर को दिल्ली नगर निगम की 250 सीटों के आए थे परिणाम

बीते 7 दिसंबर को दिल्ली नगर निगम की 250 सीटों के लिए चुनाव के नतीजे आए थे। जिसमें आम आदमी पार्टी को 134 सीटें मिली थी और बीजेपी को 104 सीटें, लेकिन पूर्ण बहुमत हासिल करने के बाद भी आम आदमी पार्टी अभी निगम में मेयर बनाने के लिए संघर्ष कर रही हैं। उसका आरोप है कि बीजेपी जानबूझकर मेयर का चुनाव नहीं होने दे रही है। ऐसे में तीसरी बार मेयर चुनाव टलने को लेकर आप के विधायक सड़कों पर उतरे और बीजेपी मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन करने लगे।

AAP ने ढोल मंजीरे बजाकर किया प्रदर्शन

बता दें कि सुरक्षा कारणों से दीनदयाल उपाध्याय मार्ग स्थित बीजेपी मुख्यालय से कुछ दूरी पर बैरिकेड लगाकर सभी प्रदर्शनकारी पार्षदों व पार्टी के कार्यकर्ताओं को रोक दिया गया है। तब से आप कार्यकर्ता ढोल मंजीरे आदि लेकर वहां प्रदर्शन करने लगे और बीजेपी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आम आदमी पार्टी मेयर का चुनाव कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है और सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर जल्द वोटिंग करवाने और एल्डरमैन को मत डालने से रोकने की मांग रखी है। वहीं, इस मामले पर बुधवार को सुनवाई होगी।

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने दी जानकारी

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली वालों ने एमसीडी के अंदर आम आदमी पार्टी को बहुमत दिया, लेकिन भाजपा की गंदी राजनीति के कारण एमसीडी हमारी सरकार नहीं बनने दे रही है। आम आदमी पार्टी अपने लीडर ऑफ द हाउस और मेयर प्रत्याशी के जरिए सुप्रीम कोर्ट गई है। कोर्ट में हमने दो बड़ी मांगे रखीं हैं। उन्होंने कहा कि पहली मांग टाइम बाउंड मैनर में जल्द से जल्द मेयर का चुनाव कराकर एमसीडी में सरकार बनाने की है,जबकि दूसरी मांग एल्डरमैन को संविधान के आर्टिकल और डीएमसी एक्ट के सेक्शन 3 के तहत वोटिंग का अधिकार नहीं है। ऐसे में उनको वोट डालने से रोका जाए। इन्हीं मांगों को लेकर तमाम पार्टी के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरने को मजबूर हुए हैं।