मोदी और जयराम सरकार थी, केंद्र में थे अनुराग मंत्री, फिर भी हुए फेल, अब कर रहे दोषारोपण: सुक्खू

मोदी और जयराम सरकार थी, केंद्र में थे अनुराग मंत्री, फिर भी हुए फेल, अब कर रहे दोषारोपण: सुक्खू
कहा, पूर्व सैनिक का बेटा है रायजादा, जानता है अग्रिवीर योजना से युवाओं का दर्द

कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल रायजादा के पक्ष में सीएम सुक्खू व डिप्टी सीएम मुकेश ने मांगे वोट

ऊना/ सुशील पंडित : हमीरपुर संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल रायाजादा के चुनाव प्रचार को गति देने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू व उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्रिहोत्री लगातार जनसभाएं कर रहे हैं। वीरवार को जहां मुख्यमंत्री सुक्खू ने बंगाणा व अंब, तो वहीं प्रदेश के उपमुख्यमंत्री  मुकेश अग्रिहोत्री ने ऊना विस क्षेत्र के बहड़ाला व नंगड़ा में जनसभा को संबोधित करते हुए सतपाल रायजादा के पक्ष में वोट मांगे। साथ ही भाजपा प्रत्याशी अनुराग ठाकुर को भी प्रदेश की अनदेखी पर जमकर घेरा। 

प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि 4 बार सांसद रहे अनुराग आपदा में नजर नहीं आए और न ही हिमाचल के हक दिलवा पाए। उनके पास जनता के लिए समय नहीं है। अब अपनी नाकामियों का दोष दूसरों पर मढ़ रहे हैं, जबकि पूर्व में जयराम और मोदी सरकार होने के बावजूद अनुराग कोई भी कार्य करने में नाकाम रहे हैं। उन्होंने कहा कि सतपाल रायजादा जमीन से जुड़ा हुआ नेता है और पूर्व सैनिक का बेटा है। जनता के दुख दर्द को अच्छी तरह से समझता है। केंद्र सरकार द्वारा लागु की गई अग्रिवीर योजना से युवाओं के दर्द भी अच्छी तरह जानता है। सुक्खू ने कहा कि रायजादा जिस-जिस क्षेत्र में चुनाव प्रचार के लिए जा रहे हैं, वहां पर जनता का खूब समर्थन मिल रहा है। जनता द्वारा मिल रहे समर्थन से साफ हो रहा है कि इस बार अग्रिवीर योजना पर होंठ सीलने वाले भाजपा प्रत्याशी लेफ्टिनेंट अनुराग ठाकुर को घर बैठा देगी। 

जनता पूछ रही सवाल, तो लडखड़ा रही अनुराग की जुबान: रायजादा
हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी सतपाल रायजादा ने भाजपा प्रत्याशी एवं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर पर सवालों की बौछार करते हुए कहा कि यहां की जनता ने उन्हें लगातार चार बार सांसद चुनकर लोकसभा में भेजा लेकिन उन्होंने एक बार भी यहां की जनता की आवाज को संसद में नहीं उठाया। अब जब जनता भरी जनसभा में अनुराग ठाकुर से सवाल पूछ रही है, तो जुबान लडख़ड़ा रही है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जब भारी आपदा आई, तो उस आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करवाना तो दूर अनुराग ठाकुर ने हिमाचल के लोगों की तरफ पलट कर भी नहीं देखा। हिमाचल प्रदेश के छोटे-छोटे बच्चों ने अपनी पॉकेट मनी को भी राहत कोष में देकर मिसाल कायम की। जबकि खुद मुख्यमंत्री ने अपनी 51 लाख रुपए की जमा पूंजी को भी राहत कोष में डाल दिया। उन्होंने कहा कि अनुराग ठाकुर खुद तो सेवा में लेफ्टिनेंट बनकर बैठ गए, लेकिन जनता के बच्चों को अग्नि वीर बना दिया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा जब अग्नि वीर योजना लागू की गई तो अनुराग ठाकुर ने इसका विरोध करने की बजाय इसका समर्थन करते हुए युवाओं के भविष्य को अंधकारमय बनाया।