अभी मरा नहीं है आतंकवादी रिंदा! जांच एजेंसियों को मिले सबूत

अभी मरा नहीं है आतंकवादी रिंदा! जांच एजेंसियों को मिले सबूत

नई दिल्लीः खालिस्तानी आतंकवादी हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा जिंदा है या फिर मर गया, इसको लेकर अभी भी कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। गैंगस्टर से आतंकवादी बने रिंदा की पाकिस्तान में ड्रग ओवरडोज के कारण मौत की खबर आने के दो महीने बाद, खुफिया एजेंसियों को कुछ इस तरह के नए और “पर्याप्त सबूत” मिले हैं कि वह “जीवित” हो सकता है। इस मुद्दे पर गृह मंत्रालय ने हाल ही में खुफिया एजेंसियों और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान चर्चा की थी।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एनआईए द्वारा घोषित 10 लाख रुपये के इनामी वांछित आतंकवादी रिंदा की नवंबर में पाकिस्तान के लाहौर के एक अस्पताल में मौत हो गई थी। कुछ दिन पहले, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने पंजाब में आतंकवादी गतिविधियों के फिर से उभरने को पर चर्चा करने के लिए खुफिया एजेंसियों और एनआईए के अधिकारियों के साथ बैठक की। इससे पहले पिछले महीने यह दावा किया गया था कि खुफिया दस्तावेजों से यह बात सामने आई आतंकवादी रिंदा अभी जिंदा है। उसने जानबूझकर अपने मरने की खबर फैलाई थी। इसके पीछे उसकी रणनीति भारतीय एजेंसियों को उलझाना था।

रिंदा से जुड़ी नई सूचनाओं पर हुई चर्चा

वेबसाइट इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार सूत्रों ने बताया, इस बैठक में, खुफिया एजेंसियों ने रिंदा से संबंधित नई सूचनाओं पर चर्चा की। साथ ही अधिकारियों ने जेलों में मोबाइल फोन के इस्तेमाल को रोकने के उपायों पर चर्चा की। बैठक में जेल अधिकारियों की औचक जांच और बड़े अपराधियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के कुछ सुझावों पर भी बातचीत की गई। सूत्रों ने कहा कि जेलों में सुरक्षा व्यवस्था में सुधार के अलावा, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान की जेलों में बंद कई खतरनाक गैंगस्टरों को उनकी गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए इन लोगों को दक्षिणी राज्यों में स्थानांतरित करने पर भी चर्चा की गई। सूत्र ने कहा, “गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने जांच एजेंसियों से खूंखार गैंगस्टरों (विदेश में रह रहे) की लिस्ट बनाने को कहा, जिन्हें नामित आतंकवादी घोषित किया जा सकता है और उनके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया में तेजी लाई जा सकती है।”

ड्रोन के इस्तेमाल पर भी दी गई जानकारियां

सूत्रों ने कहा कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों ने कहा कि वे पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के कथित मास्टरमाइंड गोल्डी बराड़ के प्रत्यर्पण के लिए आधार तैयार करने के लिए कई संबंधित जांच एजेंसियों के संपर्क में हैं।अधिकारियों ने कहा कि एनआईए ने बैठक में यह भी जानकारी दी कि वे अन्य केंद्रीय जांच एजेंसियों और राज्य पुलिस के साथ समन्वय में काम कर रहे हैं ताकि देश को नुकसान पहुंचाने वाले आतंकवादी नेटवर्क को खत्म करने के लिए एक पूर्ण व्यवस्था बनाई जा सके। सूत्र ने कहा कि “बैठक में, यह भी बताया गया कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने पाकिस्तान सीमा के साथ पंजाब के कई क्षेत्रों में 22 मानव रहित हवाई वाहनों (यूएवी) को मार गिराया, जिनमें से 11 क्वाड-कॉप्टर ड्रोन भी शामिल हैं। यही नहीं बीएसएफ ने पिछले साल 317 किलो हेरोइन बरामद की थी।”

बीएसएफ द्वारा उठाए गए सुरक्षा उपायों पर की चर्चा 

सूत्र ने यह भी बताया कि उन्होंने बीएसएफ द्वारा उठाए गए सुरक्षा उपायों पर चर्चा की, विशेष रूप से तकनीकी निगरानी का इस्तेमाल ड्रोन का पता लगाने के लिए किया गया। दिल्ली पुलिस ने गायक की हत्या की जांच के दौरान पाया था, पंजाबी गायक मूसेवाला की हत्या के कथित मुख्य शूटर प्रियव्रत उर्फ फौजी को हथियारों की एक खेप मिली थी, जिसे कथित तौर पर ड्रोन के जरिए पाकिस्तान से भेजा गया था। पुलिस के अनुसार, मूसेवाला को गोली मारने में नाकाम होने की स्थिति में कथित रूप से एक आकस्मिक योजना के लिए भी योजना बनाई गई थी, इसके लिए खेप में आठ ग्रेनेड, एक अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर, नौ इलेक्ट्रिक डेटोनेटर और एक एके -47 शामिल किए गए थे।