नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 127वीं जयंती पर अटल बिहारी वाजपेई राजकीय महाविद्यालय बंगाणा में कार्यक्रम आयोजित 

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 127वीं जयंती पर अटल बिहारी वाजपेई राजकीय महाविद्यालय बंगाणा में कार्यक्रम आयोजित 

ऊना/सुशील पंडित : आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 127वीं जयंती व राष्ट्रीय पराक्रम दिवस के शुभ अवसर पर अटल बिहारी वाजपेई राजकीय महाविद्यालय एनएसएस इकाई ने ऑनलाइन मोड पर पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता, स्लोगन राइटिंग प्रतियोगिता और स्लोगन राइटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता एनएसएस के प्रोग्राम ऑफिसर प्रोफेसर सिकंदर नेगी ने की।पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में प्रथम स्थान, द्वितीय वर्ष की छात्रा प्रियंका मनकोटिया ने, द्वितीय स्थान बीए प्रथम वर्ष की छात्रा दीक्षा रानी ने और तृतीय स्थान बीए प्रथम वर्ष की छात्रा शेल्जा ने प्राप्त किया। स्लोगन राइटिंग में प्रथम स्थान, बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा सपना ने और द्वितीय स्थान प्रथम वर्ष की छात्रा दीप्ति शर्मा ने और तृतीय स्थान दीक्षा ने प्राप्त किया।

कविता पाठन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्रथम बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा पलक महान ने, द्वितीय स्थान बीएससी फाइनल ईयर का छात्र अमित ने और तृतीय स्थान बीएससी फाइनल ईयर की छात्रा कंचन ने प्राप्त किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सतिंदर कुमार शर्मा ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 127वीं जयंती व राष्ट्रीय पराक्रम दिवस के इस शुभ अवसर पर छात्रों को शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर एनएसएस के प्रोग्राम ऑफिसर प्रोफेसर सिकंदर नेगी ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 127वीं जयंती पर पूरा देश उन्हें नमन कर रहा है। भारत सरकार ने 2021 से उनकी जयंती 23 जनवरी को पराक्रम दिवस के तौर पर मनाने का निर्णय लिया था। तुम मुझे खून दो , मैं तुम्हें आजादी दूंगा .... ! जय हिन्द ! दिल्ली चलो , जैस करिश्माई नारों से देश की आजादी की लड़ाई को नई ऊर्जा देने वाले नेताजी सुभाष चंद्र बोस थे। नेताजी सुभाष चंद्र बोस भारत के उन महान स्वतंत्रता सेनानियों में शामिल हैं।

वह आईसीएस की परीक्षा पास करने के बाद भी वह अपना जीवन आराम से व्यतीत कर सकते थे उसे  त्याग कर भारत के स्वतंत्रता के लिए हर संभव प्रयास किया। उनके इस  निष्ठा व नेतृत्व को देखकर एडोल्फ हिटलर ने उन्हें नेताजी की उपाधि दी थी । आज के दौर का युवा वर्ग प्रेरणा लेता है ।देश के स्वाधीनता आंदोलन के नायकों में से एक नेताजी की जीवनी , उनके विचार और उनका कठोर त्याग आज के युवाओं के लिए बेहद प्रेरणादायक है । आज के हर एक युवा वर्ग को उनके कठोर त्याग,देश भक्ति ,निष्ठा और उनके विचार से प्रेरणा लेनी चाहिए।