पूर्व मुख्यमंत्री ने बजट उपलब्ध कराकर सोमभद्रा नदी का तटीकरण सुनिश्चित किया था: भाजपा

पूर्व मुख्यमंत्री ने बजट उपलब्ध कराकर सोमभद्रा नदी का तटीकरण सुनिश्चित किया था: भाजपा
उप मुख्यमंत्री बिना कुछ किए हमेशा की तरह श्रेय लेने की होड़ में
ऊना/सुशील पंडित: भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष मनोहर लाल शर्मा, ऊना के मंडल अध्यक्ष हरपाल सिंह गिल, हरोली के अध्यक्ष गुलविंदर सिंह गोल्डी, चिंतपूर्णी के अध्यक्ष कुलदीप सिंह, गगरेट के अध्यक्ष सतपाल सिंह और कुटलैहड़ के अध्यक्ष  चरनजीत शर्मा सहित तमाम भाजपा नेताओं ने सोमभद्रा नदी में आई बाढ़ के बावजूद दोनों किनारों पर बसे लोगों के सुरक्षित रहने का श्रेय पूर्व भाजपा सरकारों द्वारा करवाए गए नदी के चैनेलाइजेशन को दिया है। उन्होंने कहां की वर्ष 1988 में इसी नदी में आई भयंकर बाढ़ के चलते जिला में क्या त्रासदी झेली है, यह सभी लोग जानते हैं। लेकिन इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफेसर धूमल ने एक ड्रीम प्रोजेक्ट की तरह तबाही की नदी कही जाने वाली सोमभद्रा को जिला की लाइफलाइन बनाने में अहम भूमिका निभाई।
पूर्व मुख्यमंत्री ने करीब 1400 करोड़ से ज्यादा बजट उपलब्ध कराकर इस नदी का तटीकरण सुनिश्चित किया था। उन्होंने कहा कि कई सालों के बाद यह पहली बरसात देखने को मिली है जब जिला मुख्यालय में जलभराव की समस्या पूरी तरह से गायब रही। पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और विधायक सतपाल सिंह सत्ती के प्रयासों से करीब 22 करोड़ से ज्यादा की योजना को मूर्त रूप देकर शहर और शहर वासियों को जलभराव की समस्या से पूरी तरह सुरक्षित किया गया है। भाजपा नेताओं ने कहा कि उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री बिना कुछ किए हमेशा की तरह श्रेय लेने की होड़ में लगे हैं। लेकिन पांचवी बार विधायक बनने के बावजूद वह आज तक अपने विधानसभा क्षेत्र के उपमंडल मुख्यालय हरोली में रैंप की जगह एक पुल का निर्माण नहीं करवा सके और उसी जगह से एक गाड़ी को पानी में बहते हुए सभी लोगों ने देखा है। भाजपा नेताओं ने कहा कि जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक का आज भी कई ऐसे नाले हैं जिनकी बरसात से पहले रसूखदार लोगों के प्रभाव के कारण सफाई ही नहीं हो सकी और यही नाले अब भारी बारिश के बीच लोगों की आफत का कारण बन चुके हैं।