धार्मिक सम्मेलन करने से संस्कारवान पीढ़ी उत्पन्न होगी : हेमानंद जी

धार्मिक सम्मेलन करने से संस्कारवान पीढ़ी उत्पन्न होगी : हेमानंद जी

संत वाला बाबा बाल जी व स्वामी हेमानंद जी से लोगों ने लिया आशीर्वाद

ऊना/सुशील पंडित : जिला मुख्यालय से करीब 4 किलोमीटर पर स्थित गांव रांयसरी में चल रहे वार्षिक सम्मेलन का और चल रहे श्रीमद् भागवत महापुराण यज्ञ का पूर्णाहूति डाल कर समापन किया गया। इस अवसर पर पधारे डेरा बाबा रूद्रानंद जी से स्वामी श्री हेमानंद जी व श्री परम पूजनीय बाबा बाल जी महाराज से लोगों ने आशीर्वाद लिया।

वहीं अनंत विभूषित महामंडलेश्वर श्री रामेश्वरानंद सरस्वती हरिद्वार वाले उपस्थित हुए और उन्होंने सनातन धर्म के प्रति लोगों को जागृत किया और ऐसे सम्मेलनों की महत्ता का वर्णन किया कि ऐसे सम्मेलन करने से संस्कारवान पीढ़ी उत्पन्न होगी और बच्चों में अपने धर्म के प्रति संस्कार उदित होंगे।  और संस्कारों से ही सनातन धर्म की आगे चलकर रक्षा कर पाएंगे विश्व भ्रमण के अंदर सनातन धर्म की ध्वज ध्वज लहराने के लिए हम सब को ऐसे सम्मेलनों का आयोजन करना चाहिए। जिससे मन के विषय विकार पाप कर्म खंडित होते हैं और अच्छे संस्कार ऐसे सम्मेलनों में पैदा होते हैं।

इस अवसर पर आज आचार्य विवेक मिंका ने मंच संचालन किया। इस अवसर पर महिला संकीर्तन मंडली की कुसुम कृष्णा शर्मा, ऊषा देवी, मोनिका, प्रवीण कुमारी, कृष्णा देवी, विंदू, कमलेश, विजय कुमारी, ममता, विमला, कुलदीप शर्मा, बनीश कुमार, निक्का राम, शशी कुमार, कुलदीप सिंह, विजय कुमार, डॉ अशोक कुमार, सुरेश धीमान, टिंकू धीमान, कमल कृष्ण, वंलवत कुमार, मोहिंदर मनकोटिया, प्रीतम शर्मा, प्रीतो देवी, बलदेव चंद, रामदेव, शिव कुमार ,तिलक राज, राजीव कुमार , रायसरी महिला मंडल प्रधान निशा कुमारी आचार्य विवेक मिंका, तुषार, शिव कुमार, आशीष कुमार शामिल हुए।