10 साल की बच्ची की दिल का दौरा पड़ने से हुई मौ'त
नई दिल्ली : हार्ट अटैक एक जानलेवा स्थिति होती है। जो आमतौर पर बड़ी उम्र या उम्रदराज लोगों में देखी जाती है। हालांकि आपको जानकर हैरानी होगी कि बच्चों को भी हार्ट अटैक आ सकता है। 10 साल के बच्चे, 25 साल का युवक को अगर इस उम्र में हार्ट अटैक से मौत होने लगे तो चिंतित होना लाजिमी है। ऐसा ही मामला गुजरात से सामने आया है। जहां भरुच में 10 साल की बच्ची की हार्ट अटैक से मौत हो गई।
बच्चों में छाती में दर्द उठने के कारण
जानकारी के अनुसार कई बच्चों को मस्कुलोस्केलेटल चेस्ट पेन की वजह से छाती में दर्द उठता है। यह दर्द छाती की मांसपेशियों और हड्डियों और उनके कनेक्शन से पैदा होता है। छाती की दीवारों की मांसपेशियों और नसों में ऐंठन होने पर छाती में दर्द हो सकता है। यह दर्द आता-जाता रहता है। इसके अलावा खांसी के दौरान भी छाती में दर्द की शिकायत हो सकती है। छाती की हड्डियों से जुड़े कार्टिलेज में सूजन की वजह से भी छाती में दर्द उठ सकता है।
इन संकेतों को नजर अंदाज न करें
अगर बच्चे को फिजिकल रूप से मेहनत, व्यायाम या कोई भी थका देने वाली एक्टिविटी करने के दौरान सीने में दर्द हो रहा है। सीने में दर्द और दबाव दूर नहीं हो रहा है। कई दिनों से लेकर हफ्तों तक एक्सरसाइज करने की क्षमता में कमी आ रही है और सीने में दर्द हो रहा है, सीने में दर्द के बाद बेहोश हो जाना, जन्मजात हृदय रोग के साथ पैदा हुए बच्चों में सीने में दर्द होना। अनुवांशिक कारण की वजह से हाई कोलेस्ट्रॉल वाले बच्चों में भी सीने में दर्द उठ सकता है।