अनोखी शादी: हिंदू रीति रिवाज से ‘शेरू’ की हुई ‘स्वीटी’

अनोखी शादी: हिंदू रीति रिवाज से ‘शेरू’ की हुई ‘स्वीटी’

नई दिल्लीः शादियों का सीजन शुरू हो चुका है। इसके लिए घरों में तैयारियां चल रही हैं। कहीं बाजारों में खरीदारी हो रही है तो कहीं सूट और शेरवानी के माप दिए जा रहे हैं। लेकिन इसी बीच हम एक ऐसी शादी का जिक्र करने जा रहे हैं, जिसे पढ़ कर या सुनकर आप चौंक जाएंगे। शायद कसक भी पैदा हो कि इस अनोखी शादी में आप क्यों नहीं थे। इस अनोखी शादी में सौ से अधिक बारातियों ने बैंड बाजे के साथ हिस्सा लिया। इस शादी में मंडप बना, हल्दी लगी, लेडीज संगीत का भी आयोजन हुआ। इन परंपरागत रस्मों-रिवाज के साथ शेरू ने स्वीटी के साथ फेरे लिए।

पूरे रीति-रिवाज के साथ की शादी 

शेरू पालम विहार एक्सटेंशन गुरुग्राम के जिले सिंह कालोनी में रहने वाले एक डॉग लवर का पालतू कुत्ता है। जबकि स्वीटी पड़ोसी की कुतिया है। स्वीटी की मालकिन सविता उर्फ रानी ने बताया कि उन्होंने सभी रीति रिवाजों को पूरा करते हुए स्वीटी को उसके पति शेरु के साथ विदा कर दिया। सविता ने बताया कि शुरू से ही उन्हें कुत्तों से बहुत प्यार है। वह अक्सर पति साथ मंदिर के बाहर जाकर उन्हें खाना देती हैं। करीब तीन साल पहले अचानक स्वीटी उनके पीछे आ गई। चूंकि उन्हें कोई बच्चा नहीं था, इसलिए उन्होंने स्वीटी को ही बच्चे की तरह पाला और उम्र होने पर पूरे रीति रिवाज के साथ उसकी शादी रचाई है।

आठ साल का है शेरू

उधर, शेरू की मालकिन मनिता ने बताया कि आठ साल से शेरू उनके साथ है। उनके गोंद में ही वह बड़ा हुआ। उन्होंने हमेशा उसे अपना बच्चा ही माना है। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों उसकी शादी की बात आई तो हमने सबसे चर्चा की और चार दिन पहले ही उसकी शादी के लिए दिन तारीख तय कर यह आयोजन किया है।

सौ से अधिक लोग बने बाराती

मनिता और सविता ने बताया कि इस शादी में सौ से अधिक लोग बाराती बने। उन्होंने बताया कि सौ कार्ड तो विधिवत प्रिंट कराए गए थे। वहीं इससे कहीं अधिक लोगों को ऑनलाइन भी कार्ड भेजा गया था। उन्होंने बताया कि सौ से अधिक बारातियों की मौजूदगी में शेरू और स्वीटी का विधिवत हल्दी और लेडीज संगीत सेरेमनी हुई। बैंड बाजे के साथ बारात निकली और मंगल गीतों के बीच दोनों ने सात फेरे लिए। इस दौरान बारातियों के लिए नाश्ते पानी का भी इंतजाम था।