बाथड़ी में अग्निपिडितों को ढाबा मालिक ने निशुल्क खाना खिलाया 

बाथड़ी में अग्निपिडितों को ढाबा मालिक ने निशुल्क खाना खिलाया 

ऊना/सुशील पंडित : बाथडी में झूंगियो में लगी आग से बेघर हुए प्रवासी मजदूरों को ढाबे वाले ने निशुल्क खाना खिलाया। यह  ढाबा टाहलीवाल- संतोषगड़ मार्ग पर स्थित है। बीती रात बाथड़ी के गुरपलाह में करीब 40 प्रवासी मजदूरों की झुग्गियां जलकर राख हो गई थी। इस अग्निकांड में कोई हताहत तो नहीं हुआ है परंतु प्रवासी मजदूरों का काफी नुकसान हुआ है जिसके चलते उन्हें खाने के लाले तक पड़ गए।

झुग्गियों में हुई आगजनी के बाद जब खाने की नौबत आई तो वहां समाजसेवी  मिस्टर जतिन राणा ने  बेघर हुए लोगों को रात्रि भोजन खिलाने के लिय आगे आया तो  ढाबा  बंद पाया गया । इसी समस्या को देखते राणा ने राष्ट्रीय एकता मंच के संयोजक सुरेंद्र रात्रा से संपर्क किया । तो रात्रा ने ढाबे मालिक को घर में फोन कर  खाने की अत्यंत आवश्यकता बताया । रात्रा ने बताया कि ढाबा मालिक ने अपने घर पर ही 50 लोगों के लिए खाना तैयार किया; जिसे मिस्टर जतिन राणा की टीम द्वारा पीड़ित लोगों तक पहुंचाया गया।बार - बार निवेदन करने पर भी यह ढाबा मालिक ने ₹1 भी भुगतान राशि के रूप में स्वीकार नहीं किया। उनका कथन था "जब आग ही लग गई तो सर, पैसे किस बात के?इनकी सुंदर सोच एवं बड़े दिल को ह्रदय से साधुवाद किया है।