बड़े उल्टफेर के चलते राजभवन पहुंचे कांग्रेस विधायक, भाजपा सरकार ने बुलाई कैबिनेट मीटिंग

बड़े उल्टफेर के चलते राजभवन पहुंचे कांग्रेस विधायक, भाजपा सरकार ने बुलाई कैबिनेट मीटिंग

जल्द विधानसभा सत्र बुलाने का किया जा सकता है ऐलान 

करनालः हरियाणा में बहुमत के संकट को लेकर सियासत गरमा गई है। इसी बीच भाजपा सरकार ने 15 मई को कैबिनेट की मीटिंग बुला ली है। सरकार के सूत्रों के मुताबिक इसमें विधानसभा सत्र बुलाने का ऐलान किया जा सकता है। जिसमें सीए नायब सैनी की अगुआई वाली भाजपा सरकार बहुमत हासिल करेगी। वहीं कांग्रेस विधायक दल नेता भूपेंद्र हुड्‌डा ने गवर्नर को लेटर लिखकर सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है। उनका कहना है कि सरकार के पास बहुमत नहीं बचा हुआ है। वहीं भाजपा सरकार के संकट के बीच सियासी ड्रामा शुरू हो गया है। शुक्रवार को कांग्रेस विधायक दल उपनेता आफताब अहमद की अगुआई में चंडीगढ़ राजभवन पहुंचा। यहां मुलाकात से पहले ही गवर्नर निकल गए। कांग्रेस को गवर्नर से मुलाकात का टाइम नहीं मिला था।

कांग्रेस विधायक दल के डिप्टी लीडर आफताब अहमद और चीफ व्हिप बीबी बत्रा ने राजभवन में अपना ज्ञापन सौंप दिया है। इसके बाद उन्होंने चंडीगढ़ में कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि सरकार के पास बहुमत न होने पर राष्ट्रपति शासन लगाया जाए। कांग्रेस नेताओं ने चुनाव आयोग से पूर्व सीएम मनोहरलाल की जेड प्लस सिक्योरिटी हटाने पर की भी मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है। वहीं हरियाणा में अल्पमत में आई सरकार को बचाने के लिए BJP ने नया खेल तैयार कर लिया है। भाजपा के करीबी सूत्रों के मुताबिक सरकार को गिरने से रोकने के लिए जननायक जनता पार्टी (JJP) के 3 बागी विधायक इस्तीफा दे सकते हैं। इनमें देवेंद्र बबली, रामनिवास सुरजाखेड़ा और जोगीराम सिहाग शामिल हो सकते हैं।

सूत्रों के मुताबिक, यह सारी रणनीति बीते गुरुवार को पानीपत में पूर्व CM मनोहर लाल खट्‌टर के साथ ही मीटिंग के बाद तैयार की गई है। इसमें यह चर्चा हुई कि अगर फ्लोर टेस्ट या अविश्वास प्रस्ताव आता है तो फिर विपक्ष के गणित को फेल करने के लिए यह कदम उठाया जा सकता है। चूंकि हरियाणा विधानसभा में भाजपा के ही स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता हैं तो तीनों विधायकों का इस्तीफा स्वीकार करने में कोई दिक्कत नहीं होगी। इसके बाद हरियाणा विधानसभा में 88 में से 85 विधायक बचेंगे और भाजपा का समूचे विपक्ष से एक विधायक ज्यादा हो जाएगा।