नशे के खिलाफ जिला प्रशासन ऊना की महत्वपूर्ण पहल

नशे के खिलाफ जिला प्रशासन ऊना की महत्वपूर्ण पहल

उपायुक्त राघव शर्मा ने किया नशा मुक्त अभियान कार्यालय का शुभारंभ

नशा मुक्त ऊना बनाने के लिए सभी अधिकारी दें महत्वपूर्ण सहयोग 

रेड क्राॅस व गुंजन संस्था के माध्यम से चलाया जाएगा  नशा मुक्त ऊना अभियान 

ऊना / सुशील पंडित :  नशे पर पूर्णतः अंकुश लगाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा व्यापक कदम उठाए जा रहे हैं। जिला प्रशासन रेड क्राॅस और गुंजन संस्था के सहयोग से ऊना जिला को  नशा मुक्त बनाने के लिए नशा मुक्त अभियान शुरू किया जा रहा है। नशा मुक्त ऊना अभियान मुख्य उद्देश्य युवाओं को नशे से होने वाले दुष्प्रभावों व इसकी व्याधियों के विषय में जागरूक करना है। यह बात उपायुक्त राघव शर्मा ने नशा मुक्त अभियान की प्रथम बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने बताया कि अगले एक वर्ष तक चलने वाले इस अभियान को सफल बनाने के लिए जिला मुख्यालय ऊना में एक कार्यालय की स्थापना की गई जिसका आज शुभारंभ किया गया है ताकि जिला का प्रत्येक व्यक्ति नशे के खिलाफ जुड़कर अपना पूर्ण योगदान दे सके।
 उपायुक्त ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला से नशे का समूल नाश करने के लिए जिला पुलिस द्वारा भी अभियान चलाया जा रहा है जिसमें स्कूलों व खेलों के माध्यम से युवाओं को नशे से होने वाले दुष्प्रभावों बारे जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अभियान को सफल बनाने के लिए एक दिन या एक सप्ताह नहीं अपितु निरंतर गतिविधियां आयोजित की जानी चाहिए ताकि नशा मुक्ति का संदेश जन-जन तक पहुंच सके। उन्होंने कहा कि नशा दिन प्रतिदिन एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। उन्होंने कहा कि नशा मुक्त ऊना बनाने के लिए गुंजन संस्था द्वारा जिला में नशा मुुक्ति का संदेश पहुंचाया जाएगा जिसमें नशे से होने वाले दुष्प्रभावों बारे जागरूक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिला में गुंजन संस्था द्वारा नशा मुक्ति केंद्र भी संचालित किया जा रहा है। 

उपायुक्त ने बताया कि गुंजन संस्था जिला के सभी उपमंडलों में नशे से होने वाले दुष्प्रभावों बारे लोगों को जागरूक करेगी जिसमें विभिन्न गतिविधियां सालभर में आयोजित की जाएंगी। उन्होंने बताया कि सालभर चलने वाले नशा मुक्त ऊना अभियान की प्रतिमाह जिला स्तर पर समीक्षा बैठक की जाएगी तथा उपमंडल स्तर पर संबंधित एसडीएम की अध्यक्षता में बैठक की जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी विभाग नोडल अधिकारी बनाएं ताकि वे अभियान को सफल बनाने में अपना सहयोग प्रदान कर सके।

उन्होंने बताया कि अभियान के तहत स्कूलों, काॅलेजो तथा औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के अलावा स्वास्थ्य संस्थानों तथा पंचायती राज संस्थाओं से जुड़े लोगों को विशेष रूप से शिक्षित कर संवेदनशील बनाया जाएगा ताकि वे अपने अपने संस्थानों तथा क्षेत्रों में घर-घर जाकर प्रत्येक व्यक्ति को विभिन्न प्रकार के नशों के दुष्प्रभावों तथा इनसे होने वाली व्याधियों बारे जागरूक किया जा सके। नशा मुक्त ऊना बनाने के लिए सरकारी व स्वयंसेवी संस्थाओं के अतिरिक्त पंचायती राज संस्थाओं, आईसीडीएस के कार्यकर्ताओं, महिला मंडलों, स्वयं सहायता समूहों तथा युवक मंडलों का भी सहयोग लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिला में सरकारी तथा निजी विद्यालयों में छठी से 12वीं कक्षा तक लगभग 60 हज़ार विद्यार्थियों साथ-साथ और अभिभावकों को भी जागरूक किया जाएगा। इसके साथ ही कॉलेज में अध्ययनरत युवाओं को भी बचाव अभियान के लक्ष्यों में शामिल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए जिला स्तर पर उपायुक्त की अध्यक्षता में गठित समिति नशा मुक्त अभियान की निगरानी करेगी जबकि उपमंडल स्तर पर उप मंडलाधिकारी (ना) की अध्यक्षता में, शिक्षण संस्थानों में मुख्य अध्यापक या प्रधानाचार्य की अध्यक्षता में तथा पंचायत स्तर पर ग्राम पंचायत प्रधान की अध्यक्षता में समिति कार्य करेगी।

इस अवसर पर गुंजन संस्था के संचालक निदेशक ने प्रेजैंटेशन के माध्यम से जिला में वर्ष भर चलने वाले नशा मुक्त ऊना अभियान के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी तथा अभियान को सफल बनाने के लिए सहयोग देने का आग्रह किया। उन्होंने बताया अभियान के दौरान युवा सम्वाद, शक्ति सम्वाद, हस्ताक्षर अभियान, काउंसलिंग इत्यादि विभिन्न माध्यमों से जागरूक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभियान का मुख्य मकसद नशे से ग्रसित से व्यक्ति को नशे से बाहर निकालना तथा भावी पीढ़ी को नशे से बचाना रहेगा।

इस मौके पर एडीसी महेंद्र पाल गुर्जर, एएसपी संजीव भाटिया, सहायक आयुक्त वरिंदर शर्मा, एसडीएम सोमिल गौतम, मनोज कुमार, विशाल शर्मा, विश्व मोहन देव चैहान, सीएमओ संजीव वर्मा, जिला जिला कल्याण अधिकारी अनिता शर्मा, जिला की समस्त आईटीआई के प्रधानाचार्य सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।