एस.डी.एम. दफ्तर के द्वारा हो शहर की नई वार्ड बंदी: अरुण खोसला

एस.डी.एम. दफ्तर के द्वारा हो शहर की नई वार्ड बंदी: अरुण खोसला

एस.डी.एम. दफ्तर के द्वारा हो शहर की नई वार्ड बंदी: अरुण खोसला

कहा: सत्ता पक्ष के नेताओं की दखल-अन्दाजी नहीं चलेगी

फगवाड़ा (राजेश कुमार)। डायरैक्टर स्थानीय निकाय विभाग पंजाब की ओर से कार्पोरेशन चुनाव को मद्देनजर रखते हुए फगवाड़ा नगर निगम की दोबारा वार्ड बंदी करवाने संबंधी जारी किये पत्र को लेकर एतराज प्रकट करते हुए आज शहर के पूर्व मेयर अरुण खोसला ने कहा कि शहर की वार्ड बंदी करने का अधिकार नगर निगम का नहीं बल्कि एस.डी.एम. कार्यालय का है। उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले कांग्रेस सरकार ने भी निगम द्वारा वार्डबंदी करवाई थी परन्तु हलका विधायक की शह पर अफसरों की मिलीभगत से कांग्रेस ने अपनी सुविधा अनुसार वार्डों की सीमाएं तय की और वोटरों के मत एक दूसरे के वार्ड में शिफ्ट करवा दी गई थी। 

जिसे लेकर इस समय सत्ता सुख भोग रही आम आदमी पार्टी ने भी अन्य विपक्षी दलों के साथ विरोध दर्ज करवाया था। उस समय के एस.डी.एम. ने वोटों के फर्जीवाड़े के घोटाले की शिकायत सिटी पुलिस को दी जिसके चलते एक सरकारी कर्मचारी के विरुद्ध एफ.आई.आर. भी दर्ज हुई और मामला पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में पहुंचा जिस कारण तब कार्पोरेशन चुनाव नहीं हो सके। अब एक बार फिर आम आदमी पार्टी निजी स्वार्थों की राजनीति करते हुए वही गलती दोहराने जा रही है जिसे कदापि सहन नहीं किया जाएगा। पूर्व मेयर खोसला ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से माँग कर कहा कि फगवाड़ा शहर की वार्ड बंदी का काम नियम अनुसार एस.डी.एम. कार्यालय के सहयोग से निपटाया जाये जिसमें सत्ता पक्ष के नेताओं की भूमिका न हो क्योंकि यदि सत्ता पक्ष के नेता वार्ड बंदी में शामिल होंगे तो वे अपना नफा और विरोधी दलों का नुक्सान करने का प्रयास करेंगे जो लोकतंत्र में नैतिकता के विरुद्ध है और भाजपा इस का डट कर विरोध करेगी।
तस्वीर : अरुण खोसला।