Saini Associate के खिलाफ विजीलैंस के पास पहुंची शिकायत, निगम की जांच पूरी, फैसला पैडिंग

Saini Associate के खिलाफ विजीलैंस के पास पहुंची शिकायत, निगम की जांच पूरी, फैसला पैडिंग

Saini Associate के खिलाफ विजीलैंस के पास पहुंची शिकायत, निगम की जांच पूरी, फैसला पैडिंग

जालंधर/अनिल वर्मा। जालन्धर बिल्डंग विभाग में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर प्लाटों की एनओसी हासिल करने वाले गुरजेपाल नगर के सैनी एसोसिएट की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ गई है। इस मामले में विजीलैंस को शिकायत दी गई है जिसमें दोनो रजिस्ट्रयां तथा अन्य दस्तावेज लगाए गए हैं जिनके आधार पर सुभाना स्थित तीन मरले प्लाट की एनओसी हासिल की गई थी। इस मामले का खुलासा होने के बाद मेयर जगदीश राजा ने मामले की जांच के लिए ज्वाईंट कमिशनर गुरिंदर कौर रंधावा को कहा था। मामले में एसटीपी मोनिका आनंद तथा एसटीप परमपाल सिंह को शामिल कर आरोपी सैनी एसोसिएट के इंजीनियर पवित्र सैनी तथा वडाला चौक की सोफिया आर्किटैक्ट को ब्यान देने के लिए तलब किया गया था।

सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार सैनी एसोसिएट द्वारा सारा दोष प्राप्टी मालिक मंजीत कुमार पुत्र राम लुभाया वासी 160 गली नंबर 4 वार्ड नंबर 13 काकी पिंड पर मढ़ दिया। ब्यानों में दावा किया है कि जो भी टैंपरिंग की गई उसने नहीं की बल्कि जो दस्तावेज उसे प्राप्टी मालिक की ओर से दिए गए वहीं इ नक्शा पोर्टल पर अपलोड किए गए। जबकि एनकांऊटर न्यूज से बातचीत दौरान प्राप्टी मालिक मंजीत कुमार ने कहा कि उसके साथ आर्किटैक्ट ने धौखा किया है जबकि उसने उसे 2020 की असली रजिस्ट्री के दस्तावेज दिए थे और एनओसी दिलवाने के एवज में 67 हजार रुपये लिए गए जिसके सारे प्रूफ उसके पास है। सैनी एसोसिएट के लालची स्वभाव के कारण उससे नक्शा पास करवाने की बजाए वडाला चौंक स्थित सोफिया आर्किटैक्ट को फाईल दी गई जिसमें सैनी एसोसिएट द्वारा दिलवाई गई एनओसी भी दी गई थी मगर सैनी एसोसिएट की चालाकी तथा धौखाबाजी के कारण उसका नुक्सान हुआ।

जांच अधिकारियों की ओर से प्राप्टी मालिक मंजीत कुमार के भी ब्यान कलमबद्ध कर लिए गए हैं और जांच लगभग पूरी हो चुकी है। अब इस मामले मे नए तैनात हुए कमिशनर दविंदर सिंह ने फैसला सुनाना है। फर्जी दस्तावेज देकर सैनी एसोसिएट की ओर से सरकार के साथ जालसाजी की गई है और सरकारी लाभ भी लिया जा चुका है। निगम कमिशनर इस मामले सैनी एसोसिएट का लाईसैंस डिसमिस कर सकते हैं।

वहीं इसी मामले में शिकायतकर्ता ने विजीलैंस विभाग को शिकायत दी है और दोषी के खिलाफ सख्त कारवाई की मांग गई है।