ऊर्जा संरक्षण के साथ-साथ ऊर्जा के प्राकृतिक संसाधनों का दोहन आवश्यकः सत्ती

ऊर्जा संरक्षण के साथ-साथ ऊर्जा के प्राकृतिक संसाधनों का दोहन आवश्यकः सत्ती

जिला परिषद हॉल ऊना में मनाया गया बिजली महोत्सव, पीएम का कार्यक्रम भी हुआ लाइव

ऊना/सुशील पंडित: किसी भी देश की तरक्की के लिए ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होना अत्यंत आवश्यक है, जिसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ऊर्जा मंत्रालय के अधीन विभिन्न विभागों तथा ऊर्जा उत्पादन से जुड़े संस्थानों द्वारा महत्वपूर्ण कार्य किया गया है। परिणाम स्वरूप देश में 4 लाख मेगावाट विद्युत उत्पादन किया जा रहा है, जो वर्ष 2014 की तुलना में 1.5 लाख मेगावाट अधिक है। यह बात छठे राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने जिला मुख्यालय ऊना में आयोजित बिजली महोत्सव के अवसर पर अपने संबोधन के दौरान कही। उन्होंने कहा कि ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने लिए प्रत्येक नागरिक द्वारा ऊर्जा संरक्षण के साथ-साथ ऊर्जा के प्राकृतिक संसाधनों का दोहन करना अत्यंत आवश्यक है। 

सतपाल सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश सरकार गांव, गरीब, किसान तथा मजदूर वर्ग की आवश्यकताओं के प्रति संवेदनशील है तथा इसके लिए अनेक महत्वपूर्ण योजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि सौभाग्य योजना के तहत ऐसे गरीब व्यक्ति जिनके घर में बिजली का कनेक्शन नहीं है तथा उनका नाम सामाजिक आर्थिक जनगणना में दर्ज है, उन्हें मुफ्त बिजली कनेक्शन प्रदान किया जा रहा है, जबकि जिन परिवारों का नाम सामाजिक आर्थिक जनगणना में दर्ज नहीं है, उन्हें मात्र 500 रूपए की लागत पर गरीब विद्युत कनेक्शन दिया जा रहा है। सौभाग्य योजना के तहत ऊना जिला में 435 पात्र उपभोक्ताओं को इस योजना का लाभ दिया जा चुका है। 

उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश पूरे देश में सबसे सस्ती दरों पर उपभोक्ताओं को बिजली प्रदान कर रहा है तथा वर्तमान में सरकार द्वारा 125 यूनिट प्रतिमाह बिजली की खपत करने वाले उपभोक्ताओं को निशुल्क बिजली उपलब्ध करवाई जा रही है।  

इस अवसर पर बिजली बोर्ड द्वारा गांवों में किए जा रहे विद्युतीकरण कार्यों व विद्युत आवंटन प्रणाली को सुदृढ़ करने की दिशा में किए जा रहे कार्यों पर आधारित लघु फिल्में भी दिखाई गई। इसके अलावा एनटीपीसी पीजीसीएल तथा एसईसीआई द्वारा विद्युत उत्पादन के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों के विषय में भी लघु फिल्में दिखाई गई। कार्यक्रम में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से आर के कला मंच के कलाकारों द्वारा ऊर्जा संरक्षण तथा सौर ऊर्जा उत्पादन के विषय में लघु नाटक के माध्यम से मनोरंजक एवं ज्ञानवर्धक जानकारी प्रदान की।

इससे पूर्व विद्युत बोर्ड के अधीक्षण अभियंता अनिल सहगल ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया तथा समारोह आयोजन के महत्व बारे विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया की आजादी का अमृत महोत्सव के तहत भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय और एमएन आरई द्वारा उज्ज्वल भारत उज्ज्वल भविष्य पहल के तहत देशभर में इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इस कड़ी में पहला कार्यक्रम 25 जुलाई को चलोला में आयोजित किया जा चुका है। 

इस अवसर पर भारत सरकार के मंत्रालय द्वारा आयोजित राष्ट्रीय कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी कार्यक्रम में स्थापित एलईडी टीवी के माध्यम से दिखाया गया जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के विभिन्न राज्यों के विद्युत उपभोक्ताओं तथा विद्युत संबंधी योजनाओं के विभिन्न लाभार्थियों से सीधा संवाद भी किया। समारोह का आयोजन जिला प्रशासन, हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड तथा सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड द्वारा संयुक्त रुप से किया गया था।

इस अवसर पर उपायुक्त ऊना राघव शर्मा, एसडीएम ऊना डॉ. निधि पटेल, बिजली बोर्ड के अधीक्षण अभियंता अनिल सहगल, बिजली बोर्ड के अधिशासी अभियंता खुशबिंदर सिंह, अशोक परमार व सुशील कुमार, जिला परिषद अध्यक्ष नीलम कुमारी, सतलुज जल विद्युत निगम के उप महाप्रबंधक भूपेंद्र धीमान, हिम ऊर्जा के परियोजना अधिकारी सोहन लाल,  बिजली बोर्ड तथा हिम ऊर्जा विभाग की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थी तथा विभिन्न विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों के अलावा बड़ी संख्या में स्थानीय भी उपस्थित थे।