मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को पत्र लिख मामले की जांच किए जाने की मांग

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को पत्र लिख मामले की जांच किए जाने की मांग

आरोप:विधायक भुट्टो बेटे को टेंडर दिलाने के लिए अधिकारियों पर डाल रहे दबाव: वीरेंद्र कंवर

ऊना/ सुशील पंडित: हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने से पहले कांग्रेस द्वारा सत्ता परिवर्तन और व्यवस्था परिवर्तन करने का नारा दिया गया था। लेकिन प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद विकास कार्य शुरू होने को लेकर भ्रष्टाचार देखने को मिल रहा है। यह वातें भाजपा कार्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहीं। उन्होंने आरोप लगाया कि कुटलैहड से कांग्रेस विधायक देवेंद्र भुट्टो अपने बेटे को टेंडर दिलवाने के लिए अधिकारियों पर दबाव डाल रहे हैं व टेंडर हासिल करने के लिए कुछ फर्जी डॉक्यूमेंट लगाए जाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू को पत्र लिखकर इस मामले की जांच किए जाने की मांग की है। 
पूर्व कैबिनेट मंत्री कंवर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने से पहले कांग्रेस द्वारा सत्ता परिवर्तन और व्यवस्था परिवर्तन करने का नारा दिया गया था और हम भी चाहते थे की नई नवेली सरकार को कुछ समय काम करने के लिए चाहिए।परन्तु प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद विकास कार्य शुरू होने को लेकर भ्रष्टाचार देखने को मिल रहा है। कुटलैहड़ में खैर और माइनिंग माफिया का काम जोरों पर चल रहा है। जिस पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है।
पूर्व कैबिनेट मंत्री वरिंद्र कंवर ने इस मामले पर कुटलैहड़ से कांग्रेस विधायक देवेंद्र भुट्टो को निशाने पर लिया है उन्होंने कहा है कि कांग्रेस ने सत्ता में आने के बाद व्यवस्था परिवर्तन का नारा दिया था लेकिन यह व्यवस्था परिवर्तन किस तरह हो रहा है इसका उन्होंने एक उदाहरण मीडिया के सामने रखा। पूर्व कैबिनेट मंत्री ने वरिंदर कंवर ने कहा की एक टेंडर को पहले कम लागत पर दर्शाया गया जबकि उसी टेंडर को दो बार कैंसिल करवाने के बाद फिर से जब उस टेंडर को ओपन किया गया तो टेंडर की कॉस्ट ₹11 करोड़ 30 लाख रुपए दर्शाई गई उन्होंने कहा है कि चहेतों को फायदा दिलवाने के लिए टेंडर की कॉस्ट को बढ़ाया गया है जो कि एक बड़ा फर्जीवाड़ा है। उन्होंने विधायक द्वारा अपने बेटे को टेंडर दिलवाने के लिए अधिकारियों पर दबाव डालने की बात भी कही उन्होंने कहा है की उनके बेटे के नाम पर देहरा में  जो टेंडर जारी हुआ है जिसकी राशि 5 करोड 5 लाख रुपए है जबकि उनके बेटे की लिमिट एक करोड़ तक का टेंडर हासिल करने की है ऐसे में उन्हें  यह टैंडर कैसे मिला इसको लेकर भी उन्होंने कुछ बातें मीडिया के सामने रखी। उन्होंने बताया कि टेंडर हासिल करने के लिए कुछ फोर्स डॉक्यूमेंट भी लगाए गए हैं जिसके तहत यह टेंडर हासिल किया गया है। उन्होंने इस पूरे मामले पर प्रदेश सरकार से जांच किए जाने की मांग की है उन्होंने कहा है कि वह इस पूरे मामले पर मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखकर भी  मामले की जांच किए जाने की मांग करेंगे ताकि जनता को पता लग सके की कांग्रेस के विधायक किस प्रकार काम कर रहे है। उन्होंने विधायक पर 5 महीने के कार्यकाल में कुटलैहड़ के  विकास के लिए कोई भी पैसा न ला पाने और जल्द ही नया खुलासा करने की बात कही। इस मौके पर भाजपा जिला प्रधान मनोहर लाल, जिला महामंत्री राजकुमार पठानिया,मंडल उपाध्यक्ष रमेश शर्मा, मंडल अध्यक्ष चरणजीत शर्मा उपस्थित रहे।