दुनिया की सबसे बड़ी एपल फैक्ट्री में भड़के श्रमिक, देखें वीडियो

दुनिया की सबसे बड़ी एपल फैक्ट्री में भड़के श्रमिक, देखें वीडियो

हेनानः चीन में स्थित दुनिया की सबसे बड़ी एप्पल आईफोन (iPhone) फैक्टरी में श्रमिकों के हिंसक प्रदर्शन की ख़बर सामने आई है। चीन के हेनान प्रांत के झेंगझोऊ स्थित फॉक्‍सकॉन फैक्‍टरी के कर्मचारियों ने ये विरोध प्रदर्शन किया है। फैक्ट्री के इन कर्मचारियों में  सख्‍त कोविड प्रतिबंधों और वेतन नहीं मिलने को लेकर नाराजगी है। इन कर्मचारियों में कोरोना संक्रमण के तेजी से फैलने से घबराहट भी है। फॉक्सकॉन, एप्पल सहित कई अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों के लिए गैजेट्स को असेंबल करने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कॉन्ट्रैक्ट इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माता कंपनी है।

फॉक्‍सकॉन की फैक्‍टरी में सितंबर में लॉन्‍च हुए Apple के iPhone 14 को असेंबल किया जाता है। फॉक्‍सकॉन फैक्‍टरी के कर्मचारियों के प्रदर्शन के कई वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दिख रहा है कि दर्जनों कर्मचारी सड़क पर प्रदर्शन कर रहे हैं और नारे लगा रहे हैं। दंगारोधी पुलिस भी वहां तैनात दिख रही है। पुलिसकर्मियों के साथ भी कर्मचारियों की झड़प हो रही है।

रॉयटर्स समाचार एजेंसी के मुताबिक चीन स्थित एप्पल आईफोन के दुनिया के सबसे बड़े कारखाने में कर्मचारियों को कोरोना वायरस के कारण लागू प्रतिबंधों के बीच कॉन्ट्रेक्ट संबंधी विवाद के चलते पीटा गया और हिरासत में रखा गया। सोशल मीडिया पर बुधवार को पोस्ट किए गए कुछ वीडियो में यह नजर आ रहा है और कारखाने के कर्मचारियों ने भी यह जानकारी दी। चीनी सोशल मीडिया पर मौजूद कारखाने के वीडियो में नकाब पहने हजारों प्रदर्शनकारी सफेद सुरक्षात्मक सूट पहने पुलिसकर्मियों का सामना करते हुए दिख रहे हैं। एक शख्स के सिर पर डंडा मारा गया और एक अन्य को उसके हाथ पीछे की ओर बांधकर ले जाते हुए दिख रहा है।

मध्‍य चीन में स्थित फॉक्‍सकॉन की इस फैक्‍टरी को आईफोन सिटी भी कहा जाता है। यहां करीब 2 लाख से ज्‍यादा कर्मचारी काम करते हैं। इस फैक्‍टरी में दुनिया का सबसे ज्‍यादा आईफोन असेंबल किए जाते हैं। झेंगझोऊ इलाके में कोविड-19 के कई मामले सामने आने के बाद से ही सख्‍त लॉकडाउन लगा दिया गया है। फॉक्‍सकॉन फैक्‍टरी में भी कर्मचारी इन प्रतिबंधों के बीच ही काम करने को मजबूर हैं। इस फैक्टरी के कुछ वीडियो पहले भी सोशल मीडिया पर दिखाई दिया था। 31 अक्‍टूबर को वायरल हुए इन वीडियो में फॉक्‍सकॉन फैक्‍टरी की दीवार फांदकर कुछ श्रमिक भागते दिखे थे। उस वक्त कहा गया था कि फैक्‍टरी के कुछ कर्मचारियों के कोरोना संक्रमित मिलने के बाद डरे हुए कर्मचारी अपना सामान हाथों में लेकर भाग रहे हैं। उन्‍हें आशंका थी कि सरकार कर्मचारियों को फैक्‍टरी में ही बंद कर देगी। लॉकडाउन लागू होने के बाद यहां काम कर रहे लोग दहशत में थे। 

चीन के कारखानों में काम कर रहे श्रमिकों में यहां की सरकार की ओर से आपनाई जा रही जीरो कोविड नीति को लेकर डर के साथ नाराजगी भी है। चीन की सरकार इस नीति के तहत जहां भी कोरोना के मामले सामने आते हैं, वहां सख्त लॉकडाउन लागू कर देती है। इसके साथ ही संक्रमित लोगों को क्‍वारंटाइन कर देती है। चीन की सरकार की इस सख्त नीति से फैक्टरी के लोगों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। एप्पल इंक ने पहले चेतावनी दी थी कि झेंगझोउ कारखाने पर लगाए गए प्रतिबंधों के कारण नए iPhone 14 मॉडल बाजार में देरी से उपलब्ध होंगे।