कारगिल विजय दिवस पर शहीद मनोहर की धर्मपत्नि भागो देवी को महिला संगठनों ने किया सम्मानित
सर्वप्रथम महिला योग समिति की सदस्यों ने पर्यावरण शुद्वि, मानसिक शांति एवं हिमाचल में दैविक आपदा के कारण हाल ही में हुए जान माल के नुकसान और अपनी जान गवां चुके लोगों की आत्मिक शांति के लिए हवन/यज्ञ का आयोजन किया । मुख्य आयोजक डाक्टर किशोर ठाकुर ने यज्ञ की महिमा पर बोलते हुए कहा कि यज्ञ करने से हमारे विचारों में ओजस्विता आती है, नकारात्मकता में उमंग और उत्साह का प्रकाश पैदा होता है, चेतना में प्राण शक्ति का उजाला होता है । उन्होंने कहा कि शोध में यह पाया गया है कि यज्ञ में 15 किलो मीटर के दायरे तक वातावरण को शुद्विकरण करने की क्षमता होती है । यज्ञ प्रदूषण को हटाने का काम करता है । अनुसंधान में पाया गया है कि औषधीय जड़ी बुटियों के साथ यज्ञ करने से आयुर्वैदिक दवाईयों के सेवन के मुकाबले श्वास के माध्यम से ग्रहण करने से 10 गुणा ज्यादा लाभ होता है ।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर द्धचा राणा ने अपने संबोधन में बताया कि 1999 में कारगिल युद्व के दौरान हिमाचल के 52 सैनिक वीरगति को प्राप्त हुए जिनमें पालमपूर निवासी लेफिटिनेंट सौरभ कालिया ने अपने अदम्य साहस और शूरवीरता के दम पर आतंकवादियों को मार गिराया तथा पाकिस्तानी मिलिटेंटस द्वारा दोखे से पकड़े जाने के बाद 22 दिनों तक यातनाएं सहन करते रहे लेकिन अपनी मातृ भूमि पर आंच नहीं आने दी । मिलिटेंटस द्वारा मानवीय क्रूरता की हदें पार करते हुए सौरभ कालिया की आखें फोड़ दी गई, कान में लोहे की राॅड डाली गई, गुप्तांगों को काट दिया गया ।