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कारगिल विजय दिवस पर शहीद मनोहर की धर्मपत्नि भागो देवी को महिला संगठनों ने किया सम्मानित

बददी/सचिन बैंसल:  कारगिल विजय दिवस के अवसर पर आयोजित एक सादे समारोह के दौरान किशोर योग एकेडमी की महिला योग समिति की सदस्यों ने भटोलीकलाँ पंचायत के बौणी गांव से संबंध रखने वाले भारतीय सैनिक शहीद मनोहर लाल की धर्मपत्नि भागो देवी को सम्मानित किया । गौरतलब है कि मनोहर लाल 30 नवंबर 2003 को जम्मू के सतवारी में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए थे । उनके दो बेटे हैं जिनमें बडा बेटा भी भारतीय सेना में पिछले चार वर्षों से अपनी सेवायें दे रहा है ।
सर्वप्रथम महिला योग समिति की सदस्यों ने पर्यावरण शुद्वि, मानसिक शांति  एवं हिमाचल में दैविक आपदा के कारण हाल ही में हुए जान माल के नुकसान और अपनी जान गवां चुके लोगों की आत्मिक शांति के लिए हवन/यज्ञ का आयोजन किया । मुख्य आयोजक डाक्टर किशोर ठाकुर ने यज्ञ की महिमा पर बोलते हुए कहा कि यज्ञ करने से हमारे विचारों में ओजस्विता आती है, नकारात्मकता में उमंग और उत्साह का प्रकाश पैदा होता है, चेतना में प्राण शक्ति का उजाला होता है । उन्होंने कहा कि शोध में यह पाया गया है कि यज्ञ में 15 किलो मीटर के दायरे तक वातावरण को शुद्विकरण करने की क्षमता होती है । यज्ञ प्रदूषण को हटाने का काम करता है । अनुसंधान में पाया गया है कि औषधीय जड़ी बुटियों के साथ यज्ञ करने से आयुर्वैदिक दवाईयों के सेवन के मुकाबले श्वास के माध्यम से ग्रहण करने से 10 गुणा ज्यादा लाभ होता है ।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर द्धचा राणा ने अपने संबोधन में बताया कि 1999 में कारगिल युद्व के दौरान हिमाचल के 52 सैनिक वीरगति को प्राप्त हुए जिनमें पालमपूर निवासी लेफिटिनेंट सौरभ कालिया ने अपने अदम्य साहस और शूरवीरता के दम पर आतंकवादियों को मार गिराया तथा पाकिस्तानी मिलिटेंटस द्वारा दोखे से पकड़े जाने के बाद 22 दिनों तक यातनाएं सहन करते रहे लेकिन अपनी मातृ भूमि पर आंच नहीं आने दी । मिलिटेंटस द्वारा मानवीय क्रूरता की हदें पार करते हुए सौरभ कालिया की आखें फोड़ दी गई, कान में लोहे की राॅड डाली गई, गुप्तांगों को काट दिया गया ।
अंत में शरीर को क्षत विक्षत कर दिया गया जिससे उन्हें वीरगति प्राप्त हुई । उन्होंने बताया कि सौरभ कालिया उनका क्लासमेट था जोकि बचपन से तेज दिमाग, प्रतिभाशाली छात्रा था ।  सौरभ कालिया का जन्म 29 जून 1976 को अमृतसर में हुआ था । उनकी प्रारंभिक शिक्षा डी॰ए॰वी॰ पब्लिक स्कूल पालमपुर से हुई । उन्होंने स्नातक उपाधि (बी॰एस0सी॰ मेडिकल) एच.पी कृषि विश्वविद्यालय, पालमपुर, हिमाचल प्रदेश से सन् 1997 में प्राप्त की । वे अत्यंत उर्जावान व्यक्तित्व के धनी विद्यार्थी थे, और अपने विद्यालयीन वर्षों में कई छात्रावृत्तियाँ प्राप्त कर चुके थे ।कार्यक्रम में ज्योति जिंदल, रंजना शर्मा, गीता शर्मा, द्धचा राणा, कमलेश कौर, सोनिया गुप्ता, जशोदा देवी, पूजा बंसल, पूनम भंडारी, नितू पाल, सुनीता देवी, अरूणा शर्मा, मंदीप कौर, अल्का, वरिन्द्र जैन, सुनिल शर्मा, सोनू बंसल, ज्योति जैन, सुनीता देवी, स्वास्तिका सहित अनेक मातृशक्ति मौजूद रही ।

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