घर के बाहर गाड़ी खड़ी करने से पहले पढ़े ये ख़बर, 'पेवमेंट्स आर फॉर पीपल' के जरिए ट्रैफिक पुलिस दे रही चेतावनी

घर के बाहर गाड़ी खड़ी करने से पहले पढ़े ये ख़बर, 'पेवमेंट्स आर फॉर पीपल' के जरिए ट्रैफिक पुलिस दे रही चेतावनी

चंडीगढ़ः ट्रैफिक पुलिस लगातार घरों के आगे फुटपाथ और रोड साइड गाड़ियां खड़ी करने वालों पर कार्रवाई कर रही है। पुलिसकर्मी सेक्टरों में विशेष जागरूकता मुहिम भी चला रहे हैं। इनमें सेक्टरों के रिहायशी इलाकों और मार्किट एरिया को भी कवर किया जा रहा है। माइक के जरिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक करते हुए चेतावनी दी जा रही है। पुलिस 'पेवमेंट्स आर फॉर पीपल' के नाम से जागरूकता मुहिम चला रही है। इसमें लोगों को बताया जा रहा है कि पेवमेंट में गाड़ी पार्क कर बाधा पैदा करना गैरकानूनी है।

पुलिस लोगों को चेतावनी दे रही है कि मोटर व्हीकल रोड साइड पेडेस्ट्रियन पाथ/पेवमेंट तथा साइकिल/रिक्शा ट्रैक पर पार्क न करें। इसे मोटर व्हीकल एक्ट के नियमों की उल्लंघना बताया गया है। पुलिस लोगों को चेतावनी दे रही है कि इस प्रकार मोटर व्हीकल की पार्किंग करने पर उन्हें टो कर जब्त कर लिया जाएगा और चालान भी किया जाएगा। पुलिस रॉन्ग पार्किंग में खड़े वाहनों का 500 रुपए का चालान कर रही है।

पुलिस का कहना है कि सड़क किनारे और पेवमेंट्स पर गाड़ी पार्क करने से अन्य गाड़ियों के लिए सड़क पर जगह तंग हो जाती है। वहीं पैदल जा रहे व्यक्ति को भी पेडेस्ट्रियन पाथ/पेवमेंट्स की बजाय सड़क पर उतरना पड़ता है। इससे उनकी जान जाने और हादसों का खतरा बढ़ जाता है। बच्चों, बुजुर्गों, नेत्रहीनों आदि के लिए ज्यादा खतरा है। चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस लोगों को जागरूक करते हुए बता रही है कि शहर भर में बनाए गए साइकिल ट्रैक्स पर भी मोटर व्हीकल चलाना गैरकानूनी है। इसमें 6 महीने तक की सजा हो सकती है। शहर के स्मार्ट कैमरे भी इस प्रकार की हरकतों को कैप्चर कर रहे हैं।

शहर में कई ऐसे छोटे घर और तंग गलियां हैं जहां पर गाड़ी गेट के अंदर पार्क करना संभव नहीं है। ऐसे में उन्हें घरों के बाहर ही गाड़ियां पार्क करनी पड़ रही हैं। पुलिस ऐसे लोगों का भी चालान कर रही है। पुलिस का साफ कहना है कि या तो घरों में गाड़ी पार्क करें या डेजिग्नेटिड पार्किंग में गाड़ी लगाएं। चंडीगढ़ एस्टेट ऑफिस के नोटिस के बाद पुलिस यह सख्ती कर रही है।

कुछ रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन का कहना है कि चंडीगढ़ प्रशासन को कम्युनिटी पार्किंग शहर भर में शुरू किया जाना चाहिए था। इस प्रकार लोगों को तंग करना गलत है। वहीं लोगों का कहना है कि पार्किंग पॉलिसी को भी प्रशासन लागू नहीं करवा पाया है। एक जानकारी के मुताबिक चंडीगढ़ की आबादी 12 लाख के लगभग है और वही शहर में वाहनों की संख्या 14 लाख के लगभग है।