प्रशासन के खिलाफ टीचर्स का रोष प्रदर्शन 

प्रशासन के खिलाफ टीचर्स का रोष प्रदर्शन 

चंडीगढ़ः सरकारी सहायता प्राप्त प्राइवेट कॉलेजों का टीचिंग और नॉन-टीचिंग स्टाफ आज से व्यापक स्तर पर धरना प्रदर्शन शुरू कर रहा है। टीचिंग और नॉन-टीचिंग यूनियन की जॉइंट एक्शन कमेटियां प्रशासन के खिलाफ विरोध जता रही हैं। यूनियन का कहना है कि प्रशासन ने टीचर्स के लिए सेंट्रल सर्विस रुल्स लागू नहीं किए और नॉन-टीचिंग स्टाफ का छठा पे कमीशन भी लागू नहीं किया। डीएवी कॉलेज टीचर्स यूनियन के प्रेसिडेंट सुमित गोखलानी ने कहा कि प्रशासन ने पिछले महीने पंजाब सरकार की 7वें पे कमीशन नोटिफिकेशन को अडॉप्ट किया था। हालांकि मार्च, 2022 में केंद्रीय गृह मंत्री की घोषणा के बावजूद सेंट्रल सर्विस रुल्स उन पर लागू नहीं किए।

चंडीगढ़ से जुड़े सभी सरकारी सहायता प्राप्त कॉलेज आज सेक्टर 10 स्थित डीएवी कॉलेज के बाहर सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक धरना देंगे। वहीं 2 फरवरी को एमसीएम डीएवी कॉलेज, सेक्टर 36 के बाहर अपना धरना देंगे। इसके बाद 3 फरवरी को सेक्टर 26 स्थित श्री गुरु गोबिंद सिंह कॉलेज के बाहर यह धरना दिया जाएगा। आगामी 8 फरवरी तक इसी प्रकार के धरने दिए जाएंगे। टीचर्स ने कहा है कि सरकारी ने सहायता प्राप्त कॉलेजों में टीचर्स की सर्विस कंडीशन की स्थिति स्पष्ट नहीं है। वहीं टीचर्स उन्हें सेंट्रल सर्विस रुल्स के तहत प्राप्त होने वाले लाभ के प्रति भी अनजान हैं। इनमें चाइल्ड केयर लीव, प्रोबेशन पीरियड, पास्ट सर्विस बेनिफिट्‌स आदि शामिल हैं।

नॉन-टीचिंग यूनियन, चंडीगढ़ के सेक्रेटरी दिवांकर तिवारी ने कहा कि वर्ष 2011 की MHA नोटिफिकेशन के तहत गवर्नमेंट और सहायता प्राप्त कॉलेजों के नॉन-टीचिंग स्टाफ में काफी समानता है। इसके बावजूद नॉन-टीचिंग स्टाफ 6वें पे कमीशन के लाभ का इंतजार कर रहा है। टीचिंग और नॉन-टीचिंग स्टाफ का कहना है कि चंडीगढ़ प्रशासन उनकी मांगों को पूरा करने में नाकाम रहा है। ऐसे में आज से पूर्ण रूप से स्ट्राइक शुरू कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक यूनियन की प्रशासन के साथ मीटिंग भी बेनतीजा रही है। जॉइंट एक्शन कमेटी(JAC) द्वारा पूर्ण एजुकेशन बंद की मांग की गई है। इस दौरान कोई भी एकेडमिक और एडमिनिस्ट्रेटिव काम नहीं होगा।