रेलवे से रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर ने की खुदकुशी, सुसाइड नोट में IPS अफसर सहित कई लोगों पर लगाए आरोप

रेलवे से रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर ने की खुदकुशी, सुसाइड नोट में IPS अफसर सहित कई लोगों पर लगाए आरोप

हिसारः हरियाणा के हिसार में रेलवे से रिटायर्ड इंस्पेक्टर रघुबीर ने गांव के पास रेल के आगे कूदकर सुसाइड कर लिया। रघुबीर के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें कि रेलवे के उच्च पुलिस अधिकारियों सहित एसएचओ, रीडर सहित कई कर्मचारियों पर प्रताड़ित करने, झूठी रिपोर्ट तैयार करने और जांच बैठाने के आरोप लगाए हैं। पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण सिविल अस्पताल में इकट्ठा हुए है। वहीं, ग्रामीणों के रवैये को देखते हुए हिसार पुलिस ने सिविल अस्पताल में पुलिस तैनात कर दी है। मृतक के परिजनों का कहना है कि जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब वे शव को नहीं उठाएंगे। मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवा दिया गया है।

परिजनों ने कहा कि जब तक पुलिस रेलवे के उच्च अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज नहीं करती, तब तक वह वे शव का दाह संस्कार नहीं करेंगे। रेलवे के डीएसपी धीरज का कहना है कि मृतक के साले के बयान दर्ज किए गए हैं। मामले में विभाग के सीनियर अधिकारियों के खिलाफ शिकायत है, जो भी कारवाई होगी, की जाएगी। रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर रघुबीर सिंह ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि उसके विभाग के दो कर्मचारियों ने उसके गांव के सुखबीर व मांगीलाल से रिश्वत कै पैसे खाए थे। जो कि उसने दोनों को वापस दिलवा दिए। इसी बात को लेकर दोनों उससे रंजिश रखते थे। 13 जुलाई 2022 को रेलवे के दो पुलिस कर्मचारियों ने एक झूठी रिपोर्ट करवाई।

14 जुलाई डीएसपी के रीडर से फारवर्ड करवा दी। 24 जुलाई 2022 को उसे कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया। 27 जुलाई 2022 को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया। 10 अगस्त 2022 को उसका चंडीगढ़ तबादला कर दिया। इसके बाद 5 महीने बाद वह वापस हिसार आ गया। करीब पांच महीने बाद 13 जनवरी 2023 को उसकी विभाग जांच करवा दी। इसी दौरान उसने एक गुमनाम चिट्‌टी अपनी साले के लड़के से हरियाणा के होम मिनिस्टर और डीजीपी को भेज दी, क्योंकि रेलवे ने एक जाति विशेष के लोगों को ही उच्च पदों पर लगाया गया था, जिसके बाद रेलवे की आईपीएस अधिकारी ने उसके खिलाफ जातिक सूचक शब्द का मामला दर्ज करवा दिया। जो कि झूठा था। इसके बाद उसे लगातार प्रताड़ित किया गया, इसलिए मेरी मौत का जिम्मेदार रेलवे विभाग के उच्च अधिकारी सहित करीब 6 कर्मचारी है।