पंजाबः विजीलैंस ने 2 मंडियों के 5 ठेकेदारों के खिलाफ किया मामला दर्ज

पंजाबः विजीलैंस ने 2 मंडियों के 5 ठेकेदारों के खिलाफ किया  मामला दर्ज
पंजाबः विजीलैंस ने 2 मंडियों के 5 ठेकेदारों के खिलाफ किया मामला दर्ज

चंडीगढ़ः पंजाब विजीलैंस ब्यूरो द्वारा शुरू किये गये भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के दौरान फरीदकोट जिले के जैतो और कोटकपुरा की अनाज मंडियों के लिए परिवहन टेंडर स्वीकृत करने और इस प्रक्रिया में अनियमितता करने के आरोप में उक्त दो मंडियों के पांच ठेकेदारों को खाद्य और सिविल के साथ गिरफ्तार किया गया है। संबंधित खरीद एजेंसियों के कर्मचारियों सहित आपूर्ति विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने आज जानकारी देते हुए बताया कि शिकायत संख्या 51/2022 फरीदकोट में लगे आरोपों की जांच के बाद रिशु मित्तल ठेकेदार, पवन कुमार ठेकेदार, विशु मित्तल ठेकेदार और प्रेमचंद ठेकेदार योगेश गुप्ता के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है, जबकि बाकी आरोपियों और अन्य संदिग्धों की भूमिका पर विचार किया जाएगा। 

उन्होंने बताया कि जांच के दौरान पाया गया कि उक्त ठेकेदारों द्वारा वर्ष 2019-20 में भरे गए टेंडरों से जुड़ी ट्रकों की सूची में गलत रजिस्ट्रेशन नंबर दिए गए थे। इन तथ्यों के अनुसार विभाग की जिला टैंडर कमेटी द्वारा संबंधित ठेकेदारों की तकनीकी बोली को ही अस्वीकार कर देना चाहिए था। लेकिन ऐसा नहीं किया गया, जो संबंधित अधिकारियों/कर्मचारियों और ठेकेदारों के बीच मिलीभगत को दर्शाता है। अनाज की ढुहाई के दौरान खरीद एजेंसियों द्वारा काटे गए गेट पासों में दर्ज कई वाहनों के रजिस्ट्रेशन नंबर मोटरसाइकिलों/मिनी बसों के हैं। इन वाहनों पर माल की ढुहाई नहीं की जा सकती। जांच के दौरान उक्त वाहनों के रजिस्ट्रेशन नंबर के साथ-साथ इन गेट पासों में माल की मात्रा का विवरण भी फर्जी दिखाई दे रहा है। इसलिए माल के गबन का मामला भी सामने आ सकता है।

उन्होंने कहा कि खरीद एजेंसियों के संबंधित अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा इन गेट पासों को बिना चैक किए ही ठेकेदारों को भुगतान कर दिया गया। इस संबंध में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर माल की ढुलाई को दिखाया गया है। इस प्रकार उक्त ठेकेदारों के अलावा विभाग के कई अधिकारियों/कर्मचारियों और संबंधित खरीद एजेंसियों के अधिकारियों/कर्मचारियों के साथ मिलीभगत करके अनाज मंडियों में ढुहाई के लिए लेबर कार्टेज और ट्रांसपोर्ट के टेंडरों में घपलेबाजी की गई है।