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पंजाबः अमृतपाल सिंह के फाइनेंसर के पास 2 साल में इतने करोड़ का आया विदेशी फंड 

चंडीगढ़ः अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी को लेकर जगह-जगह पर छापेमारी की जा रही है। पंजाब भर में भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई है। इस बीच अमृतपाल सिंह की कुंडली खंगाल रही जांच एजेंसियों को कई ऐसे पुख्ता सबूत मिले हैं, जिनके आधार पर कहा जा सकता है कि अमृतपाल सिंह 80 के दशक में पंजाब के लिए नासूर बने जरनैल सिंह भिंडरांवाले की तर्ज पर विदेशी ताकतों के साथ मिलकर देश तोड़ने की साजिश में लगा हुआ था। वहीं हरियाणा पुलिस ने अमृतपाल सिंह के फाइनेंसर दलजीत सिंह कलसी को बीते दिन हिरासत में ले लिया। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कि अमृतपाल के फाइनेंसर दलजीत सिंह कलसी के बैंक खाते में पिछले 2 वर्षों में विदेशों से कम से कम 35 करोड़ रुपये का क्रेडिट पाया गया। उसके फोन से पाकिस्तान में भी बात हुई। पुलिस उसके मोबाइल की जांच कर रही है।

इस जानकारी से स्पष्ट है कि ‘वारिस पंजाब दे’ की कमान संभालने वाले अमृतपाल सिंह के इरादे बेहद खतरनाक थे। यही नहीं जांच एजेंसियों का दावा है कि अमृतपाल सिंह और दलजीत सिंह कलसी का पाकिस्तान कनेक्शन भी जल्द ही सामने आ सकता है और इसके लिए एजेंसियों के रडार पर पाकिस्तान के करीब दो दर्जन मोबाइल फोन नंबर लगे हुए हैं, जिनसे कालसी के फोन से या तो कॉल की गई या फिर रिसीव हुई है।

इस खुलासे से पहले जांच एजेंसियां अमृतपाल के उस रहस्य से पर्दा उठा चुकी हैं, जिसमें बताया गया था कि वो और उनके करीबी सहयोगी आनंदपुर खालसा फोर्स (एकेएफ) के नाम से खालिस्तान के समर्थन एक फोर्स का गठन कर रहे थे, जिनका मकसद पंजाब के अमन-चैन को बर्बाद करके एक बार फिर 80 के दशक की दहशतगर्दी को वापस लाना था। छानबीन में जांच एजेंसियों को कुछ ऐसे भी वीडियो मिले हैं, जिनमें अमृतपाल अपने एकेएफ सहयोगियों के साथ मय हथियार सफर करता हुआ दिखाई दे रहा है।

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