पंजाबः मान सरकार के 5 माह पूरे होने पर 5 मंर्तियों ने किया रिपोर्ट कार्ड पेश, जानें कितने करोड़ रुपए किए वापिस

पंजाबः मान सरकार के 5 माह पूरे होने पर 5 मंर्तियों ने किया रिपोर्ट कार्ड पेश, जानें कितने करोड़ रुपए किए वापिस
पंजाबः मान सरकार के 5 माह पूरे होने पर 5 मंर्तियों ने किया रिपोर्ट कार्ड पेश

चंडीगढ़ : पंजाब की मान सरकार ने अपने पांच महीने का रिपोर्ट कार्ड पेश किया है। चंडीगढ़ पंजाब भवन में कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा, मंत्री कुलदीप धालीवाल, मंत्री हरभजन ईटीओ, मंत्री चेतन सिंह जोडामाजरा और मंत्री हरजोत बैंस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कहा कि, आज हमारी सरकार को बने 5 महीने हो चुके है। उसके बाद से पंजाबियों के हक में बड़े फैसले मुख्यमंत्री एवं उनकी सरकार ले रही है। उन्होंने बताया कि सरकार बनने के बाद पंजाब का फाइनांस प्रिंसिपल कर्ज 6349 करोड़ हमने वापिस किया। जबकि 6000 करोड़ का ब्याज दिया। इस तरह कुल 12339 करोड़ रुपए 5 महीने में वापिस कर चुके है। 10729 करोड़ रुपए का कर्ज लिया गया।

मीडिया को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि सरकार ने लोगों के अधिकारों के लिए बड़े फैसले लिए हैं। बिजली विभाग के लिए 5341 करोड़ रुपए जारी किए जा चुके हैं।  पंजाब सरकार ने 12,339 करोड़ का कर्जा वापिस किया है। उबजट के टारगेट 5 महीने में पूरे किए गए है। चीमा ने कहा कि 703 करोड़ रुपए केंद्र की योजनाओं से मिले हैं और 10,739 का 5 महीने दौरान लिया गया हैं। इस दौरान जीएसटी क्लेकशन में 24.15 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है और 200 करोड़ गन्ना सहकारी बैंकों के माध्यम से जारी किया गया है।

इसी बीच स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अगले 5 साल तक हर जिले को एक अस्पताल मिलेगा। केंद्र सरकार से 2 मेडिकल कॉलेजों के लिए फंड मिल चुका है.। चेतन सिंह जोड़ामाजरा ने कहा कि कपूरथला-होशियारपुर के लिए नए मेडिकल कॉलेजों के लिए केंद्र सरकार से मंजूरी मिल गई है।  स्वतंत्रता दिवस पर 75 मोहल्ला क्लीनिक का लक्ष्य बढ़ाकर 100 कर दिया गया है।  वहीं हरजोत बैंस ने कहा कि पहले पंजाब की जेलों में यूपी गैंगस्टर रखे जाते थे और पिज्जा की तस्वीरें पोस्ट करते थे लेकिन अब जेलों में सख्त नियम लागू कर दिए गए हैं और गैंगस्टरों को रोक दिया गया है। उन्होंने कहा कि जिस जेल से मोबाइल फोन जब्त किया गया है, उसके अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हरजोत बैंस ने कहा कि जो कैदी पढ़ने के इच्छुक हैं उन्हें शिक्षा दी जाएगी।