राजकीय महाविद्यालय बंगाणा में समसामयिकी पर स्पेशल लेक्चर का आयोजन

राजकीय महाविद्यालय बंगाणा में समसामयिकी पर स्पेशल लेक्चर का आयोजन

ऊना/सुशील पंडित:  राजकीय महाविद्यालय बंगाणा में राजनीति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफैसर सिकंदर नेगी के अध्यक्षता में समसामयिकी विषय पर आधारित स्पेशल लेक्चर का आयोजन किया गया। इस स्पेशल लेक्चर का विषय, संयुक्त राष्ट्र संघ के सुरक्षा परिषद में भारत के स्थाई सदस्यता की दावेदारी एवं चुनौतियां। स्पेशल लेक्चर के मुख्य वक्ता राजनीति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफैसर सिकंदर नेगी ने की।

उन्होने कहा कि  सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता के लिए भारतीय दावेदारी को कुछ तथ्यों के आधार पर समझा जा सकता है। भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा जनसंख्या वाला देश भी है।भारत दुनिया का सबसे बड़ा ऐसा लोकतांत्रिक देश है, जहां विश्व की 18 प्रतिशत से ज्यादा जनसंख्या रहती है, जहां सैकड़ों भाषाएं और बोलियां हैं, कई पंथ और विचारधाराएं हैं। ऐसे में भारतीय प्रतिनिधित्व के बिना सुरक्षा परिषद में संपूर्ण वैश्विक प्रतिनिधित्व का सपना अधूरा ही रह जाएगा। भारतीय अर्थव्यवस्था विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। साथ ही विश्व की समृद्धि में भारत की भूमिका अग्रणी है। अभी संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के सैनिकों में भारत का तीसरा सबसे बड़ा योगदान है।

21वीं शताब्दी में विनाशकारी एवं विघटनकारी परिवर्तनों पर काबू पाने के लिए और संयुक्त राष्ट्र की क्षमता में वृद्धि के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का विस्तार अपरिहार्य हो गया है। इसके विस्तार से जहां इसको नया कलेवर मिलेगा, वहीं भारत जैसे देश को स्थायी सदस्यता मिलने से सुरक्षा परिषद की गरिमा बढ़ेगी और वैश्विक स्तर पर शांति, समृद्धि एवं मानवीय सरोकारों के प्रति भारत कहीं अधिक प्रभावी एवं अधिकारपूर्ण ढंग से काम कर सकेगा।सुरक्षा परिषद में स्थाई सदस्यता में दावेदारी से पूर्व अपनी अंदरूनी समस्याओं जैसे देश में असमानता, गरीबी ,अशिक्षा मूलभूत संसाधनों की कमी, बेरोजगारी आदि को दूर करना होगा। इस अवसर पर राजनीति विज्ञान सोसायटी के उपाध्यक्ष निकिता, केशियर पलक,विशाल सोनी, सबिता, इंदु बाला, और गौरव आदि मौजूद थे।