अब FASTag से कटेगा पार्किंग चार्ज, नए साल पर निगम जारी कर सकता नए फीचर्स 

अब FASTag से कटेगा पार्किंग चार्ज, नए साल पर निगम जारी कर सकता नए फीचर्स 

चंडीगढ़ः नए साल पर चंडीगढ़ शहर में निगम की 89 पेड पार्किंग को स्मार्ट बनाने की योजना है। हाईवे पर टोल की तर्ज पर गाड़ियां पार्किंग में जब दाखिल होंगी तो बूम बैरियर ऑटोमैटिकली उठ जाएंगे। फास्टैग के जरिए पार्किंग का चार्ज वसूला जाएगा। वहीं स्मार्ट ऐप भी लॉन्च करने की तैयारी है, जिससे व्यक्ति को पार्किंग में उपलब्ध पार्किंग स्पेस का पता लग सकेगा।इस मोबाइल एप्लिकेशन के जरिए उपलब्ध स्पेस की रियल-टाइम ट्रैकिंग हो पाएगी। इस प्रस्ताव को लेकर एजेंडा निगम की हाउस मीटिंग में जनवरी में रखे जाने की संभावना है। नए फीचर्स के साथ पार्किंग शुरू करने पर रेट निगम में तय होंगे। बता दें कि शहर में पार्किंग कॉन्ट्रैक्ट अगले महीने जनवरी में खत्म हो रहे हैं। 2 फर्म को यह कॉन्ट्रैक्ट दिए गए थे।

नए सिस्टम में बूम बैरियर किसी गाड़ी के पार्किंग में दाखिल करते ही ऑटोमैटिकली ऊपर हो जाएंगे। इस दौरान कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा। वहीं गाड़ी के पार्किंग से एग्जिट करने पर फास्टैग के जरिए खुद ही कट जाएगा। वहीं जिनके पास यह सुविधा नहीं होगी वह पेटीएम, गूगल पे या अन्य स्कैनर्स से पार्किंग की पेमेंट कर पाएंगे। निगम के मुताबिक पार्किंग में यह सुविधा शुरू किए जाने से यहां एंट्री और एग्जिट पर वाहनों की कतारें नहीं लगेंगी और लोगों को राहत मिलेगी। वहीं पार्किंग में पारदर्शिता भी आएगी। इसके साथ निगम का रेवेन्यू भी बढ़ेगा।

शहर की 89 पेड पार्किंग में हाई-रेजोल्यूशन सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे जो पार्किंग में खड़ी गाड़ियों की नंबर प्लेट्स को स्कैन करेंगे ताकि उन पर ट्रैक रखा जा सके। इन्हें सेक्टर 17 स्थित इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के साथ जोड़ा जाएगा। मौजूदा पार्किंग कॉन्ट्रैक्ट में बूम बैरियर लगाए जाने और पार्किंग के स्मार्ट फीचर्स का प्रावधान है। हालांकि यह सभी सेवाएं शहर की पार्किंग में उपलब्ध नहीं हैं। निगम अब पार्किंग में नया सिस्टम शुरू करने और सुविधाओं की निगरानी करेगा।

इस तरह कटेगा चार्ज फास्टैग आधारित स्मार्ट पार्किंग शुरू होने से पार्किंग के बूम बैरियर खुल जाएंगे। इससे पार्किंग स्लिप लेने के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा। लंबी लाइन भी नहीं लगेगी। वहीं गाड़ी की पार्किंग से एग्जिट पर फास्टैग के जरिए जितने देर गाड़ी खड़ी है उसके हिसाब से पैसे कट जाएंगे। वहीं जिन गाड़ियों में फास्टैग की सुविधा नहीं होगी वह स्कैनर्स के जरिए भी पेमेंट कर पाएंगे।