अहम ख़बरः हाईवे पर धरने लगाकर बैठा इंसाफ मोर्चा संगठन, रुट किया गया डायवर्ट

अहम ख़बरः हाईवे पर धरने लगाकर बैठा इंसाफ मोर्चा संगठन, रुट किया गया डायवर्ट

फरीदकोटः बेअदबी मामले में इंसाफ की मांग को लेकर पिछले डेढ़ साल से बहबल कलां में चल रहे इंसाफ मोर्चा द्वारा पंजाब सरकार को दिया अल्टीमेटम बीते दिन समाप्त हो गया। जिसके चलते मोर्चा के नेताओं ने नेशनल हाईवे 54 बठिंडा-अमृतसर मार्ग को अनिश्चितकाल के लिए स्थायी रूप से बंद करने का ऐलान किया था। वहीं इस मामले को लेकर इंसाफ मोर्चा का ओर से आज यानी दूसरे दिन भी हाईवे जाम कर प्रदर्शन किया जा रहा है। जिला प्रशासन की लाख कोशिशों के बावजूद प्रदर्शनकारियों ने जाम हटाने से इनकार कर दिया।

हालांकि, आप का कोई नेता धरना स्थल पर नहीं अभी पहुंचा। नाकाबंदी के बाद पुलिस ने ट्रैफिक को बजाखाना से जेतो शहर के रास्ते कोटकपूरा की ओर डायवर्ट कर दिया है। जेतो कस्बे की भीड़भाड़ वाली गलियों में भारी ट्रैफिक के चलते यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर पुलिस फायरिंग के अपराधियों को दी गई समय सीमा के भीतर सजा दिलाने का वादा पूरा नहीं करने का आरोप लगाया। पुलिस गोलीबारी की घटना स्थल पर अनिश्चितकालीन "बेदबी इंसाफ मोर्चा" शुरू करने के 400 से अधिक दिनों बाद, प्रदर्शनकारियों ने एक बार फिर से टेंट लगाकर और 'श्री अखंड पाठ' शुरू करके राजमार्ग (एनएच 54) को अवरुद्ध कर दिया।

बता दें कि सरावां गांव के गुरजीत सिंह और नियामीवाला गांव के कृष्ण भगवान सिंह की 14 अक्टूबर, 2015 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जब वे अन्य लोगों के साथ बरगाड़ी और बुर्ज जवाहर सिंह वाला में बेअदबी की घटनाओं का विरोध कर रहे थे। वहीं अब प्रदर्शन में शामिल हो रहे लोगों का कहना है कि श्री गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी के विरोध में बहबल कलां में शांतिपूर्ण प्रदर्शन हो रहा था। इसके बावजूद पुलिस ने गोलियां चला दी। जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई। 7 साल बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक उन्हें इंसाफ नहीं मिला। पुलिस ने इस मामले में पूर्व डीजीपी समेत कुछ और पुलिस अफसरों को आरोपी बनाया है, लेकिन अभी तक किसी के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं हुई।